सिरसा: बोधगया मंदिर अधिनियम रद्द करने की मांग को लेकर कई संगठनों ने किया प्रदर्शन

WhatsApp Channel Join Now
सिरसा: बोधगया मंदिर अधिनियम रद्द करने की मांग को लेकर कई संगठनों ने किया प्रदर्शन


सिरसा, 2 अप्रैल (हि.स.)। बोधगया मंदिर अधिनियम 1949 को रद्द करने की मांग को लेकर बुधवार को विभिन्न संगठनों ने सिरसा के लघुसचिवालय में रोष प्रदर्शन किया और राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन भेजा। सभी संगठनों ने उपायुक्त कार्यालय पहुंच कर उपायुक्त सिरसा के माध्यम से राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन दिए जिनमें मांग की गई कि बौद्धगया टैम्पल एक्ट 1949 निरस्त करके महाबोधि महाविहार गैर बौद्धों से मुक्त करवा कर बौद्धों को सौंपा जाए, क्योंकि देश में सभी धर्मों के पूजा स्थल उसी धर्म के मानने वालों द्वारा नियंत्रित होते हैं। किसी हिन्दू मंदिर में कोई मुस्लिम पुजारी नहीं होता, इसी प्रकार किसी चर्च का पादरी कोई हिंदू नहीं होता तो फिर बौद्ध धर्म के मठ में गैर बौद्धों का कब्जा क्यों है।

रोष प्रदर्शन कर रहे हंसराज बौद्ध, अनुसूचित जाति एवं पिछड़ी जाति संघर्ष समिति के सदस्य भूषण बरोड़, राजकुमार, सोहन लाल आदि ने कहा कि अगर बोधगया मंदिर 1949 एक्ट तुरंत रद्द नहीं किया गया तो देश का बहुजन समाज आंदोलन करने को जबूर होगा। रोष रोष प्रदर्शन में अनुसूचित जाति व पिछड़ी जाति संघर्ष समिति सिरसा, जनता अधिकार मोर्चा, बहुजन समाज पार्टी, भीम आर्मी, अखिल भारतीय चमार समाज महासभा, राष्ट्रीय बौद्ध महापरिषद, बाबा साहेब डा. भीमराव अम्बेडकर सभा, गुरु रविदास सभा व बामसेफ के पदाधिकारियों ने प्रदर्शन किया।

---------------

हिन्दुस्थान समाचार / Dinesh Kumar

Share this story

News Hub