सिरसा: संस्कृति हमारी पहचान का अभिन्न अंग: कुलपति प्रो. नरसीराम बिश्रोई

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सिरसा: संस्कृति हमारी पहचान का अभिन्न अंग: कुलपति प्रो. नरसीराम बिश्रोई


-कहा, विद्यार्थी जीवन मानव जीवन का स्वर्णिम काल

सिरसा, 21 मार्च (हि.स.)। चौ. देवीलाल विश्वविद्यालय सिरसा के कुलपति प्रो. नरसीराम बिश्रोई ने कहा कि विद्यार्थी जीवन मानव जीवन का स्वर्णिम काल होता है। विद्यार्थियों को अपने समय का सदुपयोग करना चाहिए और लक्ष्य निर्धारित करके जीवन में आगे बढऩा चाहिए। भारतीय संस्कृति विश्व की श्रेष्ठ संस्कृति है जो परंपराओं, मूल्यों, कला और विरासत को एक साथ जोड़ती है। विद्यार्थियों को सांस्कृतिक गतिविधियों में बढ़-चढक़र भाग लेना चाहिए। कुलपति प्राे. नरसी राम बिश्रोई शुक्रवार को चौ. देवीलाल विश्वविद्यालय में आयोजित प्रतिमा सम्मान समारोह को संबोधित कर रहे थे।

उन्होंने कहा कि सीडीएलयू के विद्यार्थियों ने अलग-अलग स्तर पर आयोजित सांस्कृतिक प्रतियोगिताओं में अपनी प्रतिभा का लोहा मनवा कर राष्ट्रीय स्तर पर सीडीएलयू का नाम रोशन किया है जिसके लिए यहां के विद्यार्थी एवं प्राध्यापक बधाई के पात्र हैं। कुलपति ने कहा कि संस्कृति हमारी पहचान का अभिन्न अंग है। सम्मान समारोह हमारी सांस्कृतिक धरोहर का विस्तार है, जो हमें उन व्यक्तियों को मान्यता देने और प्रेरित करने की परंपरा को बनाए रखने की सीख देता है, जिन्होंने उत्कृष्टता की मिसाल कायम की है। उन्होंने कहा कि भारत की महान सभ्यता में सदैव कृतज्ञता और प्रशंसा व्यक्त करने की परंपरा रही है। चाहे वह गुरु वंदना के माध्यम से शिक्षकों का सम्मान हो या फिर कला, साहित्य और खेल के क्षेत्र में विशेष योगदान देने वालों का अभिनंदन। हमारी संस्कृति हमें सिखाती है कि मान्यता केवल एक औपचारिकता नहीं, बल्कि एक सामाजिक उत्तरदायित्व है।

इस वर्ष विश्वविद्यालय के छात्रों ने अनेक प्रतियोगिताओं में उत्कृष्ट प्रदर्शन किया है। विश्वविद्यालय की टीम ने युवा महोत्सव ट्रॉफी जीतने से लेकर प्रतिष्ठित ‘स्पंदन महोत्सव’ में सफलता हासिल करने तक का सफर तय किया है। यह विश्वविद्यालय के लिए अत्यंत गौरवपूर्ण क्षण है। विश्वविद्यालय के छात्रों ने अखिल भारतीय विश्वविद्यालय लोक नृत्य प्रतियोगिता में प्रथम स्थान प्राप्त कर संस्थान का नाम रोशन किया है। यह उपलब्धि केवल छात्रों के प्रयासों का परिणाम नहीं, बल्कि विश्वविद्यालय के समर्पित शिक्षकों, प्रशिक्षकों और मार्गदर्शकों के सामूहिक प्रयासों का प्रमाण है।

हिन्दुस्थान समाचार / Dinesh Kumar

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