टीबी से डरना नहीं, इसे हराना है, बीएचयू के चिकित्सकों और स्वास्थ्यकर्मियों ने किया जागरूक

वाराणसी। विश्व क्षय रोग (टीबी) दिवस के अवसर पर बीएचयू के सामुदायिक चिकित्सा विभाग के ग्रामीण स्वास्थ्य प्रशिक्षण केंद्र, चिरईगांव की ओर से बरियासनपुर में रैली और नुक्कड़ नाटक के माध्यम से जागरूकता अभियान चलाया गया। इस दौरान लोगों को टीबी की बीमारी को लेकर जागरूक किया गया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए आईएमएस बीएचयू के निदेशक प्रो. एसएन संखवार ने रैली को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। क्षय रोग के शीघ्र निदान, पूर्ण इलाज और सामुदायिक सहयोग की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने बताया कि टीबी हाथ मिलाने या पैर छूने से नहीं फैलता, बल्कि उचित इलाज से इसे पूरी तरह ठीक किया जा सकता है। उन्होंने संदेश दिया, "टीबी से डरना नहीं, इसे हराना है।"
रैली में चिकित्सक, स्वास्थ्यकर्मी और ग्रामीणों ने "टीबी हारेगा, देश जीतेगा" जैसे नारे लगाए। कार्यक्रम के अंत में नुक्कड़ नाटक के माध्यम से टीबी के लक्षण, इलाज और बचाव के उपायों की जानकारी दी गई। इस अवसर पर प्रो. हरिशंकर, डॉ. अरुण दूबे, ग्रामीण स्वास्थ्य प्रशिक्षण केंद्र के प्रभारी डॉ. अभिषेक जायसवाल, डॉ. विनीत पाठक, प्रो. संगीता कंसल समेत कई चिकित्सक और स्थानीय लोग उपस्थित रहे।