पांच दिवसीय 24वां कला मेला संपन्न, कला प्रतिभाओं को किया गया सम्मानित

WhatsApp Channel Join Now
पांच दिवसीय 24वां कला मेला संपन्न, कला प्रतिभाओं को किया गया सम्मानित


पांच दिवसीय 24वां कला मेला संपन्न, कला प्रतिभाओं को किया गया सम्मानित


जयपुर, 23 मार्च (हि.स.)। राजस्थान ललित कला अकादमी द्वारा जवाहर कला केंद्र में आयोजित पांच दिवसीय 24वां कला मेला रविवार को सम्पन्न हुआ। समापन समारोह में जयपुर जिला कलेक्टर डॉ. जितेंद्र सोनी ने कहा कि जयपुर न केवल अपनी सांस्कृतिक विरासत के लिए जाना जाता है, बल्कि यह कला और साहित्य प्रेमियों का शहर भी है। उन्होंने कहा कि कला मेले से नए कलाकारों को अपनी कला प्रदर्शित करने का बेहतरीन मंच मिला है, जिससे उन्हें आगे बढ़ने का अवसर प्राप्त हुआ है।

राजस्थान ललित कला अकादमी के सचिव डॉ. रजनीश हर्ष ने उपमुख्यमंत्री एवं कला-संस्कृति मंत्री दीया कुमारी, शासन सचिव कला एवं संस्कृति डॉ. रवि जैन और अकादमी प्रशासक श्रीमती पूनम का आभार व्यक्त किया, जिनके मार्गदर्शन में कला मेले का सफल आयोजन संभव हो पाया। मेले के अंतिम दिन बड़ी संख्या में कला प्रेमी उपस्थित रहे और उन्होंने विभिन्न कलाकृतियों का अवलोकन किया। इस वर्ष मेले में राजस्थान के साथ-साथ अन्य राज्यों के 600 से अधिक कलाकारों ने भाग लिया और 118 स्टॉल्स पर अपनी कलाकृतियों का प्रदर्शन किया।

कला मेले में वरिष्ठ दिवंगत कलाकारों की कृतियों का प्रदर्शन किया गया, जिन पर आधारित एनिमेटेड लाइट एंड साउंड शो विशेष आकर्षण का केंद्र रहा। इसके अलावा, लोक नाट्य ‘रम्मत’ की प्रस्तुति भी दर्शकों को काफी पसंद आई। नए कलाकारों के लिए आयोजित चर्चा सत्रों में कला जगत के विशेषज्ञों ने विचार साझा किए और उभरते कलाकारों को उपयोगी सुझाव दिए।

समापन समारोह में जिला कलेक्टर डॉ. जितेंद्र सोनी ने ऑन द स्पॉट पेंटिंग कॉम्पिटिशन में शीर्ष दस स्थान प्राप्त करने वाले प्रतिभागियों को पुरस्कृत किया। इनमें विष्णु प्रजापत, अर्जुन सैनी, अनामिका गुप्ता, निशा मीणा, सौरभ यादव, करणी सिंह, यशिका जांगिड़, योगेश सिंह चौहान, जयश्री शर्मा और विक्रम कुमार शामिल थे। इसके अलावा, 24वें कला मेला पुरस्कार से संत कुमार, दिलीप कुमार डामोर, नीरजा शेखावत, मुकेश कुमार, सुरेश प्रजापति, केके कुंडारा, शिवपाल कुमावत, मदनलाल राजोरिया, रविप्रकाश कोली और वंदना शर्मा को सम्मानित किया गया। वहीं, विशेष पुरस्कार भुवि केशवानी को प्रदान किया गया।

इस कला मेले ने नए और युवा कलाकारों को अपनी प्रतिभा प्रदर्शित करने का मंच प्रदान किया। उनकी प्रस्तुत कलाकृतियों को दर्शकों से सकारात्मक प्रतिक्रिया मिली, जिससे उन्हें आगे बढ़ने की प्रेरणा मिली। राजस्थान ललित कला अकादमी का यह प्रयास कला के क्षेत्र में नवोदित प्रतिभाओं को प्रोत्साहित करने और प्रदेश की कला विरासत को सहेजने की दिशा में महत्वपूर्ण योगदान देता है।

---------------

हिन्दुस्थान समाचार / दिनेश

Share this story

News Hub