इंदौरः पारिवारिक विवाद को लेकर थाने पहुंचे युवक की तबीयत बिगड़ने से मौत

- परिजनों ने विधायक के घर के बाहर शव रखकर किया प्रदर्शन
इंदौर, 16 मार्च (हि.स.)। इंदौर में पारिवारिक विवाद को लेकर रविवार को बाणगंगा थाने पहुंचे दो परिवारों को पुलिस ने थाने में बैठाया। इस दौरान थाने में एक पक्ष के व्यक्ति की तबीयत बिगड़ गई। उसे हीरानगर के अस्पताल ले जाया गया। यहां उसकी मौत हो गई। मामले में कांग्रेसियों ने पुलिस की लापरवाही को लेकर हंगामा किया। उन्होंने विधायक गोलू शुक्ला के घर के पास शव रखकर चक्काजाम कर दिया। बाद में अफसरों के आश्वासन के बाद चक्काजाम खत्म हुआ।
घटना विधायक गोलू शुक्ला के घर के पास की है। बताया गया है कि यहां धर्मेंद्र नामदेव, उनकी बेटी प्रियंका, पत्नी रानी रविवार दोपहर अपने जमाई हरिओम नामदेव, साथी मनीष और अन्य लोगों के खिलाफ शिकायत लेकर पहुंचे थे। वही, दूसरे पक्ष से बाद में जमाई हरिओम भी थाने पहुंचा। यहां करीब एक घंटे शिकायत करने को लेकर दोनों पक्षों को बैठा लिया गया। इस दौरान धर्मेंद्र नामदेव की तबीयत बिगड़ी। जिसमें उसके सीने में दर्द होने लगा। पुलिस ने धर्मेंद्र को बाहर भेज दिया। परिवार में पत्नी रानी और बेटी प्रियंका उसे तीन मंजिला अस्पताल लेकर पहुंचे। यहां पर धर्मेंद्र की कुछ देर बाद मौत हो गई।
कांग्रेस नेता रीटा डागरे को जब इस बात की जानकारी लगी तो उन्होंने मौके पर बाणगंगा टीआई सियाराम गुर्जर से बात करने की कोशिश की। उन्होंने काफी देर तक कॉल नहीं उठाया। बाद में शव को लेकर विधायक गोलू शुक्ला के घर के बाहर शव लाकर चक्काजाम किया। बाद में टीआई ने चक्काजाम हटाने की बात कही। लेकिन महिला कांग्रेस नेता और परिवार के लोगों ने पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाकर अफसरों को मौके पर बुलाने की बात कही।
इधर, पुलिस ने रानी की शिकायत पर उसके जमाई पर मारपीट को लेकर कार्रवाई की है। दूसरी तरफ पुलिस ने प्रियंका की सास उमा की शिकायत पर भी मारपीट को लेकर केस दर्ज किया है। परिवार ने बाणगंगा पुलिस पर जबरन कार्रवाई किए जाने को लेकर आरोप भी लगाए हैं।
हिन्दुस्थान समाचार / मुकेश तोमर