जन्मदिन पर केक काटना, मोमबत्ती बुझाना हमारी संस्कृति नहीं : मुख्यमंत्री

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जन्मदिन पर केक काटना, मोमबत्ती बुझाना हमारी संस्कृति नहीं : मुख्यमंत्री


जन्मदिन पर केक काटना, मोमबत्ती बुझाना हमारी संस्कृति नहीं : मुख्यमंत्री


जन्मदिन पर केक काटना, मोमबत्ती बुझाना हमारी संस्कृति नहीं : मुख्यमंत्री


आगरमालवा, 25 मार्च (हि.स.)। मुख्यमंत्री डॉ.मोहन यादव ने मंगलवार को जिले के ग्राम सालरिया स्थित विश्व के पहले कामधेनु गौ-अभ्यारण्य में कहा कि मनुष्य जीवन 84 लाख यौनियों के बाद मिलता है, परमात्मा कुछ अच्छे कर्मां के लिए हमे यह जन्म देता है, भारत तथा भारत की सनातन संस्कृति में जन्म होना हमारा सौभाग्य है, जन्मदिन पर केक काटना, मोमबत्ती बुझाना हमारी संस्कृति नहीं है, साधु-संतों एवं गौ-माता का आशीर्वाद प्राप्त करना सच्चे अर्थां में जन्मदिन मनाना है, गौ-शालाओं में जाकर, संतो का आशीर्वाद प्राप्त कर जन्मदिन मनाए, यह हमारी संस्कृति को न केवल पुष्पित-पल्लवित करते है, बल्कि हमें आगे बढ़ने की प्रेरणा देते है।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने अपने 61 वें जन्मदिवस पर गौ-अभ्यारण्य सालरिया सुसनेर में चल रहे एक वर्षीय वेदलक्षणा महा-महोत्सव अन्तर्गत गौ-कथा उपसंहार शुभारम्भ कार्यक्रम में शामिल होकर साधु-संतो एवं गौ-माता का आशीर्वाद प्राप्त किया। उन्होंने गौ-माताओं का पूजन किया तथा 61वें जन्मदिवस के अवसर पर शुद्ध घी से बने 6100 से लड्डुओं से मुख्यमंत्री का तुलादान कर, लड्डुओं का गौ-माताओं को भोग लगाया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने प्रदेश की जनता की सुख-समृद्धि हेतु वैदिक मंत्रोच्चार के साथ यज्ञ हवन किया।

मुख्यमंत्री ने कहा कि गौ-माता में हमारे 33 करोड़ देवी-देवता विराजमान है, गौ-माता अपने आंचल से हमको जीवन देती है यह प्रकृति के समान हमको जीना सिखाती है, यह हमको भी पालती है, अपने बच्चों को भी पालती है, इसलिये जो गाय पाले वे सभी गोपाल, जिनके घर में गाय का कुल उनके घर गोकुल, हमें घर-घर गोकुल बनाना है। उन्होंने कहा कि जिस गांव में कोई लडाई झगड़ा ना हो, हर घर में गौ-माता हो, उन्हें वृंदावन बनाएंगे।

उन्होंने कहा कि सरकार ने हर घर में गौवंश बढ़ाने का निर्णय लिया है, इसके लिये निंरतर कार्य कर रही है, गौशालाओं को आहर अनुदान की राशि 20 रुपये से बढ़ाकर 40 रुपये की गई है। जो व्यक्ति अपने घर में 10 से अधिक गौवंश पालेगा, उसे भी सरकार अनुदान राशि देगी। इसके साथ ही पशुपालकों को दुग्ध उत्पादन पर प्रति लीटर पर पांच रुपे बोनस दिया जाएगा।मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि देश में दूध उत्पादन का लगभग 9 प्रतिशत आपूर्ति मध्यप्रदेश द्वारा की जाती है, नेशनल डेयरी ड्वलपमेंट बोर्ड के माध्यम से दुग्ध उत्पादन 20 प्रतिशत तक बढ़ाकर प्रदेश को देश में अग्रणी राज्य बनाया जाएगा। प्रदेश की सभी बड़ी नगर निगम में 10-10 हजार गौवंश की क्षमता वाली गौशालाओं बनाई जाएगी।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के कुशल नेतृत्व में प्रदेश में विकास के नये कीर्तिमान स्थापित हो रहे है। गरीब, युवा, किसान एवं नारी के लिये सरकार प्राथमिकता से कार्य कर रही है। प्रदेश के किसानों की बेहतरी के लिए कई एतिहासिक निर्णय लिये गए है, हर एक किसान के खेत तक सिंचाई का पानी पहुंचाने का कार्य सरकार कर रही है। आने वाले समय में पार्वती-कालीसिंध-चंबल लिंक परियोजना से जिले के कृषकों को भी सिंचाई के लिए पानी उपलब्ध होगा।

उन्होंने कहा कि उज्जैन में वर्ष-2028 में होने वाला सिंहस्थ का आयोजन धूमधाम से किया जाएगा, इसकी पूरी तैयारी सरकार कर रही है। सरकार द्वारा अलग-अलग जिलो में इन्वेस्टर सम्मिट कर प्रदेश में निवेश और रोजगार के अवसर के लिए प्रयास किये है, इन्वेस्टर सम्मिट के माध्यम से प्रदेश में 30 लाख करोड़ का निवेश हुआ है। गौ-अभ्यारण्य सालरिया में कुण्डालिया डेम से पानी लाया जाएगा।

हिन्दुस्थान समाचार / रितेश शर्मा

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