पीएचई विभाग ने अखनूर में जल संरक्षण कार्यशाला का आयोजन किया

जम्मू, 22 मार्च (हि.स.)। जल संरक्षण और संधारणीयता को बढ़ावा देने की एक बड़ी पहल में भारतीय सेना ने सिंचाई और सार्वजनिक स्वास्थ्य इंजीनियरिंग (पीएचई) विभाग, अखनूर के साथ मिलकर 20 से 22 मार्च तक तीन दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया। विश्व जल दिवस की पूर्व संध्या पर आयोजित इस कार्यक्रम का उद्देश्य स्थानीय लोगों को जल संसाधनों के इष्टतम उपयोग और बढ़ती पर्यावरणीय चुनौतियों के बीच संरक्षण की तत्काल आवश्यकता के बारे में शिक्षित करना था।
सिंचाई और पीएचई विभाग के विशेषज्ञों ने सेना के प्रतिनिधियों के साथ मिलकर समुदाय के सदस्यों, किसानों, छात्रों और स्थानीय अधिकारियों के साथ संवादात्मक सत्रों, प्रदर्शनों और संधारणीय जल प्रबंधन प्रथाओं पर चर्चाओं के माध्यम से बातचीत की। अधिकारियों ने दीर्घकालिक जल सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए वर्षा जल संचयन, कुशल सिंचाई तकनीकों, अपशिष्ट जल पुनर्चक्रण और समुदाय द्वारा संचालित संरक्षण प्रयासों के महत्व पर प्रकाश डाला।
स्कूलों और गांवों में विशेष जागरूकता अभियान चलाए गए जिसमें जिम्मेदारी से पानी का उपयोग करने और अपशिष्ट में कमी लाने के लिए प्रोत्साहित किया गया। प्रतिभागियों ने इस पहल के लिए आभार व्यक्त किया और इस बात पर जोर देते हुए कि कार्यशाला ने संरक्षण तकनीकों के बारे में उनकी समझ को कैसे बढ़ाया और उन्हें स्थायी प्रथाओं को अपनाने के लिए प्रेरित किया। कार्यक्रम का समापन उपस्थित लोगों द्वारा जल संरक्षण में सक्रिय रूप से योगदान देने की शपथ लेने के साथ हुआ।
हिन्दुस्थान समाचार / राहुल शर्मा