यमुनानगर: ग्रामीणों ने प्रधानमंत्री से की नया गांव बसाकर देने की मांग

यमुनानगर, 13 अप्रैल (हि.स.)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की 14 अप्रैल की प्रस्तावित रैली की तैयारी यमुनानगर में कार्यक्रम स्थल गांव कैल बायपास पर पूरी कर ली गई है। जहां प्रधानमंत्री 800 मेगावाट थर्मल पावर प्लांट की तीसरी इकाई की आधारशिला रखेंगे और एक विशाल जनसभा को भी संबोधित करेंगे। वहीं दूसरी और थर्मल पावर प्लांट से सटे गांव रतनपुर के पीड़ित ग्रामीणों ने थर्मल से गिरने वाली राखी के चलते अपना गांव कहीं और बसाने की प्रधानमंत्री से मांग की।
रविवार को ग्रामीणों ने पत्रकारों को बताया कि कई वषों से प्लांट से उड़कर गिरने वाली राखी की समस्या उनके जीवन में अभिशाप बन चुकी है। जिससे स्थानीय गांव वालों का रहना दूभर और उनके परिवारों के लोग तरह-तरह की बीमारियों से ग्रसित हो रहे है।
इन बीमारियों के चलते गांव से लोगों के लोगों की मौतें भी अधिक हो रही है। पिछले कुछ महीने में 40 से अधिक लोगों की मौत हुई है, जो कि ऑन रिकॉर्ड है। ग्रामीणों का कहना है कि इसको लेकर स्थानीय विधायक घनश्याम दास अरोड़ा, पूर्व कैबिनेट मंत्री कंवरपाल गुर्जर व कृषि मंत्री श्याम सिंह राणा से भी मुलाकात कर इस समस्या का निवारण करने की मांग करते रहे हैं। उन सभी नेताओं ने यह तो माना कि समस्या बड़ी गंभीर है। लेकिन इस बारे में वें कहते हैं कि सरकार ही इसका हल कर सकती है।
ग्रामीणों ने यह भी कहा कि पानीपत के गांव को खुखराना में जहां थर्मल पावर प्लांट लगा है, वहां का वें दौरा करके आए। वहां भी सरकार ने पूरे गांव को दूसरी जगह बसा कर वहां सारी सुविधाएं दी हुई है। जिन लोगों का वहां 100 गज का प्लाट था उन्हें सवा सौ गज दिया गया है। जिनका 450 गज का प्लॉट था उन्हें 500 गज का प्लाट दिया गया है। इसके अलावा बिजली, सड़क पानी, स्कूल, अस्पताल, गुरुद्वारा, मंदिर सभी सुविधाएं भी उपलब्ध करा कर दी है तो ऐसा यहां क्यों नहीं हो सकता।
ग्रामीणों का कहना कि प्रधानमंत्री यहां आ रहे हैं। हमारी उनसे यह मांग है कि वे इस मामले की गंभीरता को देखते हुए किसी और जगह हमारे गांव को बसाने का समाधान करें।
हिन्दुस्थान समाचार / अवतार सिंह चुग