गुरुग्राम: 20 दिन तक नहीं दर्ज की एफआईआर, एसएचओ समेत तीन पुलिसकर्मी सस्पेंड
-कल आना, परसों आना करके पीडि़त को कर रहे थे परेशान
गुरुग्राम, 6 अप्रैल (हि.स.)। पीडि़त की शिकायत को गंभीरता से नहीं लेने और उसे कल आना-परसों आना की बात कहकर परेशान करने के आरोपी में थाना के एसएचओ समेत तीन पुलिसकर्मियों पर गाज गिरी है। थाना में 20 दिन तक एफआईआर दर्ज नहीं की गई।
जानकारी के अनुसार पीडि़त राजीव द्वारा बाइक चोरी की शिकायत आईएमटी मानेसर थाना में दी थी। थाना में उसकी शिकायत पर कार्रवाई नहीं की गई। उसे परेशान किया जाता रहा। 20 दिन तक उसे थाने के चक्कर कटवाए गए। परेशान होकर पीडि़त व्यक्ति पुलिस आयुक्त तक पहुंचा और आपबीती बताई।
शिकायतकर्ता बिहार के शाहबाजपुर गांव निवासी राजीव कुमार ने पुलिस आयुक्त को शिकायत देकर कहा कि उसने आईएमटी मानेसर थाना पहुंच कर शिकायत दी थी। वह गांव बसई थाना सेक्टर 96 में किराए पर रहता है। वह सेक्टर-4 स्थित एक कंपनी में काम करता है। वह आठ फरवरी को सुबह साढ़े 9 बजे अपनी बाइक पर ड्यूटी गया था। रात को ड्यूटी खत्म करके रात 11 बजे कंपनी से बाहर आकर देखा तो उसकी बाइक गायब थी। उसे खूब तलाश की लेकिन बाइक नहीं मिली। वह थाने में एफआईआर कराने के लिए चक्कर काट रहा था, लेकिन एफआईआर दर्ज नहीं की गई। जब भी वह जाता उसे वहां से कल आना की बात कहकर वापस भेज दिया जाता। वह परेशान हो चुका है।
पुलिस आयुक्त विकास कुमार अरोड़ा ने पीडि़त की शिकायत को गंभीरता से लेते हुए आईएमटीम मानेसर थाना के प्रभारी देवेंद्र सिंह, मुंशी और जांच अधिकारी हेड-कॉन्स्टेबल सुरेंद्र कुमार को निलंबित कर दिया।
पुलिस आयुक्त विकास कुमार अरोड़ा ने कहा कि हर पुलिस कर्मचारी अपनी ड््यूटी के प्रति सजग रहे। आमजन को किसी भी तरह की पुलिस थानों में परेशानी नहीं होनी चाहिए। बार-बार से इस विषय पर पुलिस को निर्देश देते हैं। पुलिस अपने काम को गंभीरता और जिम्मेदारी से करे, ताकि पुलिस की जनता में बेहतर छवि बने।
हिन्दुस्थान समाचार / ईश्वर