सीवर मैनहोल में उतर रहे रोबोट, 30 फीट नीचे तक कर रहे सफाई

WhatsApp Channel Join Now
सीवर मैनहोल में उतर रहे रोबोट, 30 फीट नीचे तक कर रहे सफाई


--सफाईकर्मियों को मिली राहत, समय की हो रही बचत--स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत 1 मार्च 2023 में केरल से 45-45 लाख के खरीदें गए थे तीन रोबोट --दिन भर में 7-8 सीवर मैनहोल की होती है सफाई

प्रयागराज, 27 मार्च (हि.स.)। स्मार्ट सिटी घोषित होने के बाद प्रयागराज में मेनहोल की सफाई में रोबोट लगाए गए हैं। जिससे सीवर के अंदर जाकर सफाई करने वाले कर्मचारियों को बड़ी राहत मिली है। ये रोबोट मेनहोल के अंदर करीब 30 फीट की गहराई तक जाकर कचरा हटा सकते हैं। जहां पहले सीवर में बनने वाली गैस से कई लोगों की मौत हो जाती थी। वहीं जब से इन रोबोट का उपयोग किया जा रहा है, तब से इस तरह के मामले होने बंद हो गए हैं। इन रोबोट में गैस सेंसर भी लगे हैं, जिससे किसी भी तरह की हानिकारक गैस का प्री डिडक्शन मिल जाता है। प्रयागराज में सफाई के लिए इन रोबोट का उपयोग दो साल पहले 1 मार्च 2023 से किया जा रहा है।

--सफाई के लिए तैनात हैं तीन बैंडिकूट रोबोटप्रयागराज में मेनहोल की सफाई के लिए तीन रोबोट तैनात किए गए हैं। इन रोबोट में लगे चार इन-बिल्ट कैमरों की मदद से मेनहोल के अंदर की गतिविधि पता की जाती है और फिर सफाई किया जाता है। स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत खरीदे गए प्रत्येक रोबोट की कीमत 45 लाख रुपये है। केरल के जेनरोबोटिक्स द्वारा डिजाइन और विकसित ये बैंडिकूट रोबोट हैं। बैंडिकूट 12 मीटर यानी कि 30 फीट गहराई तक जाकर मेनहोल की सफाई कर सकते हैं।

--ऐसे काम करते हैं ये रोबोटयह रोबोट न्यूमेटिक प्रोसेस पर काम करते हैं। इसके चार लेग्स हैं और यह दो पार्ट में बंटा हुआ है। ड्रोन पार्ट मेनहोल के अंदर जाता है और स्टैंडी पार्ट में ड्रोन पार्ट द्वारा कैप्चर की गई सभी गतिविधियां देखी जाती हैं। स्टैंडी पार्ट में चार स्टैंड होते हैं, एक डिस्प्ले, मॉनीटरिंग यूनिट और सेंसर यूनिट होती है। वहीं ड्रोन पार्ट में बकेट, आर्म और लेग होते हैं। आर्म के जरिए ये रोबोट बकेट में सारा गार्बेज उठाते हैं और मेनहोल के बाहर निकालते हैं।

--गहराई माप कर गार्बेज निकालता है रोबोट जल कल विभाग, नगर निगम के साइट इंजीनियर अमित कुमार ने बताया कि इन रोबोट में स्मार्ट सेंसर भी लगे हैं। रोबोट मेनहोल की गहराई को मापता है और अंदर जाकर गार्बेज निकालता है। इनमें चार कैमरे भी लगे हैं, जो मेनहोल में जाकर गंदगी के फुटेज स्क्रीन पर दिखाते हैं। साथ ही सीवर के अंदर कितनी और कैसी गैस है, ये रोबोट इसका भी पता लगाते हैं। गैस कितनी है और कितनी जहरीली है, इसका परसेंटेज स्क्रीन पर दिख जाता है। यदि मेनहोल के अंदर जहरीली गैस है तो हम मेनहोल का ढक्कन हटा देते हैं और जब यह गैस पूरी तरह से निकल जाती है, उसके बाद हम सफाई का काम शुरू करते हैं।

--रोबोटिक इनोवेशन से सुरक्षित हुआ भूमिगत स्वच्छता कार्य जल कल विभाग, नगर निगम के अधिशासी अभियंता शिवम मिश्रा ने बताया कि दो साल में प्रयागराज के कुल 08 जोनो में करीब 15 हजार 101 सीवर चैंबरों की सफाई कराई जा चुकी है। रोबोटिक इनोवेशन भूमिगत स्वच्छता कार्य को पहले से कहीं अधिक स्मार्ट, सुरक्षित और कुशल बना रहा है। उन्नत रोबोटिक्स और स्मार्ट ऑटोमेशन के साथ, बैंडिकूट स्वच्छता में क्रांति ला रहा है।

नगर आयुक्त चंद्र मोहन गर्ग ने कहा कि, शहर की सफाई व्यवस्था को मजबूत करने और सफाईकर्मियों को सहूलियत देने के लिए मेनहोल की सफाई के लिए दो साल पहले रोबोटिक मशीन उपलब्ध करवाई गई थी। इसके प्रयोग से सीवर मेनहोल की सफाई कम समय में मानव रहित सुरक्षित तरीके से की जा रही है।

जलकल विभाग महाप्रबंधक कुमार गौरव का कहना है कि, इन रोबोट के उपयोग से सफाईकर्मियों को राहत मिली है। पहले जहां दिन भर में मेनहोल से जुड़ी एक-दो समस्या का निस्तारण हो पाता था। वहीं, अब 7-8 समस्याओं का निस्तारण हो जाता है। बारिश के दिनों में शहर भर में पहले जहां चोक मेनहोल की वजह से जलभराव की समस्या होती थी, अब यह समस्या नहीं रह गई हैं।

---------------

हिन्दुस्थान समाचार / विद्याकांत मिश्र

Share this story

News Hub