पेयजल समस्या के समाधान के लिए ठोस कार्ययोजना बनाकर कार्य करें

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पौड़ी गढ़वाल, 29 मार्च (हि.स.)।जिलाधिकारी डॉ. आशीष चौहान ने शनिवार को जीवन मिशन योजना के अंतर्गत किए जा रहे कार्यों की समीक्षा की। इस दौरान जिलाधिकारी ने जल संकट से निपटने के लिए ठोस कार्ययोजना तैयार करने के निर्देश दिए।

बैठक में जिलाधिकारी ने सभी संबंधित अधिकारियों को जल संकट, फॉरेस्ट क्लीयरेंस, जल जीवन मिशन प्रमाण पत्र, एटीआर सबमिशन आदि जैसे महत्वपूर्ण बिंदुओं पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए।

उन्होंने अधिकारियों से कहा कि वे टैंकरों की आपूर्ति का रोस्टर तैयार करें, वैकल्पिक जल स्रोतों की पहचान करें व जल संकट से प्रभावित क्षेत्रों की नियमित समीक्षा करें। साथ ही संबंधित अधिकारियों को 15 अप्रैल से 15 जून तक जल संकट से निपटने के लिए कन्ट्रोल रूम स्थापित करने के निर्देश दिए।

उन्होंने जल संस्थान व जल निगम के अधिकारी पाइप लाइनों और पेयजल टैंकों के निर्माण कार्यों को गुणवत्ता के साथ शीघ्र पूरा करने को कहा। कहा कि पंपिंग स्टेशनों की निगरानी के लिए सीसीटीवी कैमरे स्थापित करने के निर्देश भी दिए गए। साथ ही मीटर रीडिंग के आधार पर जल उपभोग का पता लगाने को कहा।

उन्होंने कहा कि संबंधित अधिकारी जल संकट व अन्य परेशानियों के प्रति सकारात्मक रवैया अपनाते हुए अपनी जिम्मेदारी तय करें।

बैठक में जिलाधिकारी ने यह भी निर्देश दिया कि जिन गांवों में जल संकट अधिक है और वैकल्पिक स्रोत उपलब्ध नहीं हैं, उनके लिए विशेष कार्ययोजना बनाई जाए। उन्होंने कहा कि 289 गांवों में से 177 गांवों में वैकल्पिक जल स्रोत उपलब्ध हैं व 9 ऐसे गांव जहां टैंकर या अन्य वैकल्पिक स्रोत उपलब्ध नहीं हैं, ऐसे गांवों के लिए विशेष टास्क फोर्स का गठन किया जाए।

उन्होंने संबंधित अधिकारियों को जल संकट से निपटने के लिए रैपिड सॉल्यूशन टीम से भी समंवय स्थापित करने के निर्देश दिए।

बैठक में परियोजना प्रबंधक कनुप्रिया रावत, अधीक्षण अभियंता जल संस्थान प्रवीण सैनी, अधिशासी अभियंता जल संस्थान एसके रॉय आदि शामिल थे।

हिन्दुस्थान समाचार / कर्ण सिंह

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