पूरे विश्व में उद्योग के क्षेत्र में परचम लहराएंगे : उद्योग मंत्री के.के.बिश्नोई

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पूरे विश्व में उद्योग के क्षेत्र में परचम लहराएंगे : उद्योग मंत्री के.के.बिश्नोई


बीकानेर, 8 अप्रैल (हि.स.)। उद्योग एवं वाणिज्य राज्य मंत्री के.के.बिश्नोई ने कहा कि उद्यमियों को पहले ऑफिस-ऑफिस खेलना पड़ता था, लेकिन अब उनका काम घर बैठे हो रहा है। साथ ही कहा कि जिस तरह हम अपना मोबाइल समय-समय पर अपग्रेड करते हैं ताकि वह हैंग ना हो। उसी तरह उद्यमी भी अपनी यूनिट को समय-समय पर अपग्रेड करते रहें ताकि समस्याओं से ना जूझना पड़े।

बिश्नोई लघु उद्योग भारती की बीकानेर इकाई द्वारा रानी बाजार औद्योगिक क्षेत्र स्थित रिद्धि सिद्धि भवन में आयोजित ''उद्यमी सम्मेलन'' में अतिथि के रूप में बोल रहे थे। उन्होने कहा कि इस सम्मेलन में उद्यमियों की ओर से जितनी भी समस्याएं बताई गई हैं। उनका सरकार स्तर पर जल्द से जल्द समाधान किया जाएगा और उद्योग जगत को सभी सुविधाएं देने का भी हम भरपूर प्रयास करेंगे। साथ ही कहा कि अब वो दिन दूर नहीं जब हम पूरे विश्व में उद्योग के क्षेत्र में परचम लहराएंगे।

उद्योग राज्य मंत्री ने कहा कि भारत को 2047 तक विकसित देश बनाने को लेकर हम सब संकल्पित हैं। उन्होंने कहा कि राइजिंग राजस्थान का ऐतिहासिक आयोजन कर 33 लाख करोड़ के एमओयू किए गए हैं। जिनमें से 3 लाख करोड़ के एमओयू जमीन पर उतारे जा चुके हैं। प्रत्येक महीने की 11 तारीख को इसकी समीक्षा की जा रही है। दो साल बाद फिर राइजिंग राजस्थान आयोजित किया जाएगा। किसानों को दिन में बिजली उपलब्ध करवाने के लिए सरकार संकल्पित है। कार्यक्रम में चार महिला उद्यमियों ललिता डागा, मीना चौधरी, संतोष बाहेती और इंदिरा पेडीवाल को उनकी उद्यमशीलता को लेकर प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया।

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि लघु उद्योग भारती के राष्ट्रीय संगठन मंत्री प्रकाश चंद्र ने कहा कि हमारा देश हजारों वर्षों तक उद्योग में सिरमौर रहा। पूरी दुनिया की जीडीपी में हमारे देश का योगदान 27 प्रतिशत था। हमारे यहां के वस्त्र, मसाले, हैंडीक्राफ्ट का सामान, लोहे का सामान, औषधियां इत्यादि विश्व के कोने कोने तक जाती थी और बाहर से सोना हमारे देश में आता था। देश सोने की चिड़िया कहलाता था। हम किसी को लूट कर सोने की चिड़िया नहीं बने बल्कि घर-घर उद्योग और मेहनत के जरिए यह हासिल किया। लेकिन आपसी फूट ने हमें कमजोर कर दिया। बाहर से आए आक्रांताओं ने देश के औद्योगिक ताने बाने को छिन्न कर दिया। उद्योग के क्षेत्र में अगर हम मै और मेरा का भाव छोड़कर सामूहिकता से प्रयास करें तो फिर से सब कुछ हासिल कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि अब उद्योग रूपी पेड़ को फिर से मजबूती से खड़ा करने की जरूरत है ताकि हम देश-दुनिया को फिर से फल,फूल व सुगंध दे सकें।

इससे पूर्व बीकानेर पश्चिम विधायक जेठानंद व्यास ने भी विचार रखे।

कार्यक्रम में लघु उद्योग भारती के राष्ट्रीय अध्यक्ष घनश्याम ओझा ने कहा कि पूरे देश में 6 करोड़ से अधिक लघु एवं सूक्ष्म उद्योग हैं जो कृषि के बाद सर्वाधिक रोजगार उपलब्ध करवाते हैं। जीडीपी में 35 प्रतिशत का योगदान करते हैं। उत्पादों की कीमत कम कैसे हो, इस पर काम किया जा रहा है। प्रदेश अध्यक्ष शांतिलाल बालड़ ने कहा कि लघु उद्योग भारती ने टीपी हटवाने, पीओपी में इंपोर्ट ड्यूटी बढ़ाने से लेकर हनुमानगढ़-श्रीगंगानगर क्षेत्र में एनजीटी के एक आदेश से बंद होने की कगार पर आ गए ईंट भट्टों की समस्या समेत अन्य बड़ी समस्याओं का समाधान करवाया है।

सम्मेलन को लघु उद्योग भारती के जोधपुर प्रांत के अध्यक्ष महावीर चौपड़ा, उपाध्यक्ष बालकृष्ण पड़िहार ने भी संबोधित किया। बीकानेर के अध्यक्ष हर्ष कंसल ने स्वागत भाषण दिया। बीकानेर महिला विंग अध्यक्ष राखी चौरड़िया ने सम्मानित की गई चार महिला उद्यमियों के प्रशस्ति पत्रों का वाचन किया। सचिव प्रकाश नवाल ने लघु उद्योगों की समस्याओं और सुझावों से अवगत करवाया। कार्यक्रम के आखिर में पवन गोयल ने धन्यवाद ज्ञापित किया। कार्यक्रम में मंच संचालन ज्योति प्रकाश रंगा ने किया।

कार्यक्रम में सेंट्रल जीएसटी के असिस्टेंट कमिश्नर भूपेन्द्र छिंपा, जिला उद्योग केन्द्र की महाप्रबंधक मंजू नैण गोदारा, जोधपुर से सुरेश बिश्नोई, महिला विंग से बिंदू जैन, जिला उद्योग संघ अध्यक्ष डीपी पचीसिया, व्यापार मंडल अध्यक्ष जुगल राठी, मोहन सुराणा, जयनारायण गोयल, जैन महासभा से विनोद बाफना समेत जिले के उद्योग जगत के जाने माने उद्यमी समेत बड़ी संख्या में महिला उद्यमी भी उपस्थित रही।

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हिन्दुस्थान समाचार / राजीव

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