उज्जैन में तीन दिवसीय राष्ट्रीय वैज्ञानिक सम्मेलन एवं विज्ञान उत्सव आज से

भोपाल, 27 मार्च (हि.स.)। महाराजा विक्रमादित्य शोधपीठ द्वारा सम्राट विक्रमादित्य, उनके युग, भारत उत्कर्ष, नवजागरण और भारत विद्या पर एकाग्र विक्रमोत्सव-2025 के अंतर्गत तीन दिवसीय राष्ट्रीय वैज्ञानिक सम्मेलन एवं विज्ञान उत्सव का आयोजन किया जा रहा है। उज्जैन के कालिदास अकादमी में आयोजित इस विज्ञान महाकुम्भ का शुभारंभ आज (गुरुवार को) सुबह 11:00 बजे होगा। आगामी 29 मार्च तक चलने वाले इस कार्यक्रम में देशभर से 250 से अधिक शीर्ष वैज्ञानिक शामिल होंगे।
महाराजा विक्रमादित्य शोधपीठ के निदेशक श्रीराम तिवारी ने बताया कि इस आयोजन को तीन भागों में बांटा गया है। पहला भाग- राष्ट्रीय वैज्ञानिक सम्मेलन, दूसरा- 40वां मध्य प्रदेश युवा वैज्ञानिक सम्मेलन और तीसरा- विज्ञान उत्सव। राष्ट्रीय वैज्ञानिक सम्मेलन की थीम ‘विकास की बात विज्ञान, प्रौद्योगिकी एवं नवाचार के साथ’ पर आधारित है। इसमें देशभर के 100 से अधिक शीर्ष वैज्ञानिक भागीदारी कर रहे है। सम्मेलन में वैज्ञानिकों द्वारा आधुनिक विज्ञान और भारतीय प्राचीन विज्ञान परंपरा पर विभिन्न सत्रों में अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी, खगोल विज्ञान, जीआईएस एंड रिमोट सेंसिंग अनुप्रयोग, कृषि एवं ग्रामीण प्रौद्योगिकी, स्टार्ट-अप, इनोवेशन एवं स्किल डेवलपमेंट, भारतीय ज्ञान विज्ञान परंपरा तथा आधुनिक प्रौद्योगिकी विषयों पर परिचर्चा होगी। इसके अलावा विज्ञान चौपाल का आयोजन भी होगा।
निदेशक तिवारी ने बताया कि 40वां मध्य प्रदेश युवा वैज्ञानिक सम्मेलन अंतर्गत युवा शोधार्थियों द्वारा शोध पत्रों का वाचन होगा। उत्कृष्ट शोध पत्रों को युवा वैज्ञानिक पुरस्कार, प्रशस्ति पत्र एवं फेलोशिप प्रदान की जायेगी। विभिन्न विषयों में 30 से अधिक युवा वैज्ञानिक पुरस्कार जिसमें प्रथम पुरस्कार 25 हजार रुपये, द्वितीय पुरस्कार 20 हजार रुपये तथा तृतीय पुरस्कार 15 हजार रुपये प्रदान की जाएगी। वहीं, विज्ञान उत्सव में विद्यार्थी और वैज्ञानिकों के बीच संवाद, साइंस-शो, साइंटिफिक मॉडल कॉम्पिटिशन, टेलिस्कोप से आकाश दर्शन एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम, तारामंडल में विशेष 3डी-4 के शो, प्रदर्शनी, कार्यशालाएँ, खगोलीय वेधशाला डोंगला का भ्रमण एवं स्टार्ट-अप इनोवेटर्स समिट शामिल है।
हिन्दुस्थान समाचार / मुकेश तोमर