इंदौर संभाग के अनुसूचित जनजाति बहुल क्षेत्रों में क्रियान्वित होगा इंटीग्रेटेड स्कूल प्लान

- खेल-खेल में तनाव रहित शिक्षा देने और कैरियर बनाने के लिए स्कूली बच्चों को दी जाएगी मदद
इंदौर, 8 अप्रैल (हि.स.)। इंदौर संभाग के अनुसूचित जनजाति बहुल क्षेत्रों और अन्य सुदूर क्षेत्रों में खेल-खेल में तनाव रहित शिक्षा देने और कैरियर बनाने के संबंध में मदद देने के लिये इंटीग्रेटेड स्कूल प्लान क्रियान्वित किया जाएगा। पब्लिक प्रायवेट मॉडल के आधार पर यह प्लान विभिन्न चरणों में क्रियान्वित होगा। इसके तहत स्कूली बच्चों को स्किल डेवलपमेंट और प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारियों की जानकारी देकर उन्हें आवश्यक मटेरियल भी उपलब्ध कराया जाएगा।
यह निर्णय मंगलवार को संभागायुक्त दीपक सिंह की पहल पर लिया गया। इसके लिए संभागायुक्त की अध्यक्षता में संबंधितों की बैठक कमिश्नर कार्यालय में संपन्न हुई। बैठक में संभागायुक्त सिंह ने कहा कि आज इस प्लान के संबंध में स्कूल शिक्षा और उच्च शिक्षा से जुड़े शासकीय और अशासकीय संस्थानों के साथ बैठक की गई। बैठक में कोचिंग संस्थानों से भी चर्चा हुई।
संभागायुक्त दीपक सिंह ने बताया कि इंदौर संभाग के अनुसूचित जनजाति बहुल क्षेत्रों और सुदूर क्षेत्रों के स्कूली बच्चों को प्रतियोगी परीक्षाओं, स्कील डेवलपमेंट और रोजगारमूलक शिक्षा के संबंध में केरियर मार्गदर्शन देने की व्यवस्था की जा रही है। इसके साथ ही सरल भाषा में वे अपने कोर्स की तैयारी किस तरह करें, उस संबंध में भी उन्हें मार्गदर्शन दिया जायेगा। बुक्स, गाईड अन्य पाठ्य सामग्री भी उपलब्ध कराई जायेगी। साथ ही उन्हें क्यूआर कोड भी दिया जायेगा। इससे वे कंटेंट सरल भाषा में डाउनलोड कर सकते है। वे यह सामग्री अपने मोबाइल अथवा डेस्कटॉप/लेपटॉप में भी डाउनलोड कर सकते है। इससे उन्हें भविष्य निर्माण में मदद मिलेगी।
बैठक में संयुक्त आयुक्त राजस्व सपना लोवंशी, संयुक्त संचालक स्कूल शिक्षा अरविंद बघेल, रजिस्ट्रार देवी अहिल्या विश्वविद्यालय इंदौर अजय वर्मा, गौतम कोठारी, सुरेश कोठारी सहित संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।
हिन्दुस्थान समाचार / मुकेश तोमर