ग्रीष्मकाल में नागरिकों को किसी भी प्रकार की पेयजल समस्या न रहे: मंत्री संपतिया उइके

- संपतिया उइके ने जल-जीवन मिशन और जिला जल एवं स्वच्छता समिति की बैठक ली
मंडला, 27 मार्च (हि.स.)। लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी मंत्री संपतिया उइके ने कहा कि जल-जीवन मिशन के कार्यों को गुणवत्तापूर्वक पूर्ण करें, जिससे जल-जीवन मिशन का संचालन कुशलतापूर्वक हो सके। उन्होंने कहा कि ग्राम पंचायतों को हस्तांतरित होने वाले जल-जीवन मिशन के कार्यों की पूर्णतः जांच कर लें, जिससे किसी भी प्रकार की कमी न रहे। हस्तांतरित करने के पूर्व जल-जीवन मिशन के कार्यों को जनप्रतिनिधियों के द्वारा अवलोकन करा लिया जाए, जिससे किसी भी प्रकार की कमी होने पर तत्काल उसे दूर किया जा सके। उन्होंने कहा कि लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग का अमला लगातार अपने-अपने क्षेत्रों का भ्रमण करें। पेयजल समस्याग्रस्त क्षेत्रों में निगरानी रखे और पेयजल की आपूर्ति कराए।
मंत्री संपतिया उइके गुरुवार को जिला योजना भवन में लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग की बैठक में जल-जीवन मिशन तथा जिला जल एवं स्वच्छता समिति की बैठक को संबोधित कर रही थीं। इस अवसर पर कलेक्टर सोमेश मिश्रा, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्रेयांश कूमट, सांसद प्रतिनिधि जयदत्त झा, नगर भाजपा अध्यक्ष शिवा रानू राजपूत, एसडीएम सोनल सिडाम, एसडीएम सोनाली देव, एसडीएम सीके वर्मा, एसडीएम अविनाश ठाकुर सहित विभागीय अधिकारी, कर्मचारी मौजूद थे।
मंत्री संपतिया उइके ने कहा कि आगामी ग्रीष्मकाल को देखते हुए विभागीय अधिकारी यह सुनिश्चित करें कि सभी नलजल योजना संचालित रहें और किसी भी प्रकार की पेयजल समस्या न रहे। उन्होंने बंद पड़ी नलजल योजनाओं को प्रारंभ करने तथा खराब पड़े हेंडपंपों को दुरूस्त करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि जिले में पेयजल संबंधी समस्याओं के निराकरण के लिए सभी अधिकारी आपसी तालमेल एवं समन्वय बनाकर काम करें। जिससे ग्राम पंचायत, मजरे, टोलो, स्कूल, छात्रावास एवं आंगनवाड़ी केद्रों में पेयजल व निस्तार के लिए पानी की समस्या न रहे। उन्होंने लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग को निर्देश दिए कि खराब पड़े हेंडपंपों को तत्काल दुरूस्त करें। पेयजल समस्याग्रस्त क्षेत्रों में निगरानी हेतु व्यक्तियों को जिम्मेदारी सौंपें, जिससे पेयजल संबंधी समस्या आने पर तत्काल उनका निराकरण किया जा सके।
संपतिया उइके ने कहा कि गर्मी के मौसम में किसी भी प्रकार की पेयजल समस्या न रहे, इसके लिए नलजल योजनाओं को सतत रूप से चालू रखें। नलजल योजना के अंतर्गत पानी सप्लाई का समय निश्चित रखें, जिससे किसी भी नागरिकों को समस्या न हो। पानी सप्लाई के दौरान विद्युत सप्लाई भी सतत रूप से रखी जाए। उन्होंने कहा कि जिन नलजल योजनाओं में खराबी हो उसे तत्काल दुरूस्त करें। हर मजरे-टोले में एक हेंडपंप जरूर रखें। टैंकरों से पानी सप्लाई का समय निश्चित रखें। किसी भी प्रकार की समस्या आने पर तत्काल इसकी सूचना विभागीय अधिकारियों को दें। उन्होंने आगामी ग्रीष्मकाल को देखते हुए सभी से अपील की है कि कोई भी नागरिक अनावश्यक रूप से पानी न बहाए और बिजली न जलाए। बिजली और पानी का बचत करें।
मंत्री सम्पतिया उइके ने बताया कि मंडला जिले के ग्राम पंचायत टिकरवारा में 16 अप्रैल 2025 को मुख्यमंत्री विवाह/निकाह योजना के अंतर्गत सामूहिक विवाह का कार्यक्रम संपन्न किया जायेगा। उन्होने मुख्यमंत्री विवाह/निकाह योजना की व्यापक तैयारियां करने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि सामूहिक मुख्यमंत्री विवाह/निकाह योजना के अंतर्गत संपूर्ण कार्यक्रम रीति-रिवाज एवं परंपरा अनुसार संपन्न किये जायेंगे। सामूहिक मुख्यमंत्री विवाह/निकाह योजना के अंतर्गत 550 जोड़ों का चयन कर लिया गया है। मुख्यमंत्री विवाह/निकाह योजना के लिए वर-वधुओं का पंजीयन लगातार जारी है। इच्छुक वर-वधु पंजीयन कर इस योजना का लाभ ले सकते हैं। उन्होंने आयोजित बैठक में जल गंगा संवर्धन अभियान के अंतर्गत टूटे-फूटे पाईप लाईनों को दुरूस्त करने, पानी का अपव्यय रोकने, खराब नलकूपों को दुरूस्त करने, कूप निर्माण के दौरान शोकपिट का निर्माण करने, खेत-तालाब निर्माण के दौरान जल संरक्षण का कार्य करने सहित समस्त बिन्दुओं पर विस्तार से समीक्षा की।
हिन्दुस्थान समाचार / मुकेश तोमर