सीमा पार से रची जा रही साजिशें हमारे बच्चों की जान ले रही हैं-उपमुख्यमंत्री

जम्मू, 29 मार्च (हि.स.)। जम्मू-कश्मीर के उपमुख्यमंत्री सुरिंदर चौधरी ने शनिवार को कहा कि सीमा पार से रची जा रही साजिशें हमारे बच्चों की जान ले रही हैं। उन्होंने पाकिस्तान को सलाह दी कि वह अपना आतंकवाद छोड़ दे क्योंकि हिंसा से कुछ हासिल नहीं हो सकता।
जम्मू के गुलशन ग्राउंड स्थित पुलिस मुख्यालय के लॉन में हेड कांस्टेबल जगबीर सिंह के पुष्पांजलि समारोह के बाद पत्रकारों से बात करते हुए चौधरी ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि पाकिस्तान में सदबुद्धि आएगी ताकि तीन दशक पुराना आतंकवाद खत्म हो सके। जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने शहीद पुलिसकर्मी के पुष्पांजलि समारोह का नेतृत्व किया। इस समारोह में अन्य लोगों के अलावा बलिदानी के परिवार के सदस्य, पुलिस महानिदेशक, जम्मू क्षेत्र के पुलिस महानिरीक्षक भीम सेन टूटी और सिविल, पुलिस, सेना और सीआरपीएफ के अधिकारी शामिल हुए।
उमर अब्दुल्ला, सुरिंदर चौधरी और डीजीपी ने शोक संतप्त परिवार के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की। सिंह और तीन अन्य पुलिसकर्मी कठुआ जिले के सफियान जंगल में आतंकवादियों के साथ दो दिन तक चली मुठभेड़ में वीरगति को प्राप्त हुए थे। पाकिस्तान स्थित जैश-ए-मोहम्मद (जेईएम) से जुड़े दो आतंकवादी भी अभियान में मारे गए। यह अभियान अभी भी जारी है।
उपमुख्यमंत्री ने कहा कि केंद्र और जम्मू-कश्मीर की सरकारें कभी नहीं चाहेंगी कि हमारे बच्चे शहीद हों। हमारे बच्चे सीमा पार से रची गई साजिशों के कारण शहीद हो रहे हैं लेकिन उन्हें (पाकिस्तानियों को) यह समझना चाहिए कि वह पिछले 30 सालों से हमारे बच्चों को मार रहे हैं और उन्हें कुछ हासिल नहीं हुआ। चौधरी ने कहा कि जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद को प्रायोजित करने वाला देश खुद को नष्ट कर चुका है और हमें उम्मीद है कि उन्हें सद्बुद्धि आएगी और प्रायोजित आतंकवाद का अंत होगा। उन्हें यह समझना चाहिए कि आतंकवाद से जम्मू-कश्मीर और भारत कमजोर नहीं हो सकता।
बलिदानी पुलिसकर्मियों को श्रद्धांजलि देते हुए उन्होंने कहा कि उनके बलिदान ने पूरे जम्मू-कश्मीर को गम में डुबो दिया है जबकि वह अलग-अलग समुदायों से थे - एक मुस्लिम और तीन हिंदू थे। उपमुख्यमंत्री ने कहा कि हमारा भाईचारा मजबूत है और कोई भी इसे तोड़ नहीं सकता, चाहे कितने भी प्रयास कर लें।
हिन्दुस्थान समाचार / बलवान सिंह