नींव पत्थर से आगे नहीं बढ़ा जम्मू का यात्री आधार शिविर - शिवसेना
जम्मु, 29 मार्च (हि.स.)। श्री माता वैष्णोदेवी यात्रा को कटरा तक समेटने व अधूरा बनानें के बाद अब जम्मू से वार्षिक पवित्र अमरनाथ यात्रा छीनने की तैयारियां हो चुकी है ।
पार्टी प्रदेश मध्यवर्ती कार्यालय में आयोजित आज एक पत्रकार वार्ता में प्रदेश प्रमुख मनीश साहनी ने कहा कि बड़े योजनाबंद तरीके से धार्मिक श्रद्धालुओं पर निर्भर जम्मू के व्यवसाय की आर्थिक रीड को तोड़ा जा रहा है।
वर्ष 2014 से पूर्व तत्कालीन मनमोहन सरकार ने जम्मू के व्यापारी वर्ग के विरोध पर वादा किया था कि मात्र 1-2 ट्रेन कटरा जाएगी मगर 2014 से आज मोदी सरकार के दौर में लगभग सभी रेलगाड़ियां सीधे कटरा पहुंच रही है जिससे जम्मू का व्यापार प्रभावित होने के साथ श्री माता वैष्णोदेवी यात्रा भी अधूरी हो चुकी है।
श्रद्धालू जम्मू के एतिहासिक मंदिरों समेत पहला दर्शन, कोल कंडोली व दूसरा देवा माई के दर्शन व आशीर्वाद से वंचित कर दिए गए। अब एक सोची-समझी रणनीति के तहत वार्षिक श्री अमरनाथ यात्रा से भी जम्मू को बाहर रखने की तैयारियां हो चुकी है। रेलगाड़ी सीधे कश्मीर पहुंच रही हैं और मुख्य अधार शिवर श्रीनगर के पंथाचौक में बनकर तैयार हो चुका है । जबकि 2021 व 2023 में दो-दो बार नींव पत्थर रखने के बावजूद जम्मू में अमरनाथ यात्रा बेस कैंप का काम नींव पत्थर से आगे नहीं बढ़ पाया है।
साहनी ने कहा कि जम्मू के होटल , लांज, टैक्सी व धार्मिक पर्यटन व्यवसाय से जुड़े अन्य व्यापार भारी आर्थिक मंदी से जूझ रहे हैं। साहनी ने कहा कि उन्हें विकास से कोई परहेज़ नहीं है मगर जम्मू को बर्बाद होते हुए नहीं देख सकते। जम्मू की अर्थव्यवस्था को गति देने के लिए भी योजनाएं बनाई जानी चाहिए।
हिन्दुस्थान समाचार / रमेश गुप्ता