भारतीय नववर्ष वैज्ञानिक व ऋतु अनुसार : प्रो. नरसीराम बिश्नोई



भारतीय नववर्ष के उपलक्ष्य पर गुजविप्रौवि में हुआ हवन यज्ञ व जागरण
हिसार, 30 मार्च (हि.स.)। गुरु जंभेश्वर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय
के कुलपति प्रो. नरसी ने कहा है कि भारतीय नववर्ष पूरी तरह वैज्ञानिक व भारतीय ऋतु
अनुसार है। भारतीय प्राचीन ज्ञान परंपरा विश्व की श्रेष्ठ ज्ञान परंपरा है।
कुलपति नरसी राम बिश्नोई रविवार को विश्वविद्यालय के धार्मिक अध्ययन संस्थान
परिसर में भारतीय नववर्ष के उपलक्ष्य पर हवन यज्ञ व जागरण में अपने विचार रख रहे थे।
गुरू जंभेश्वर जी महाराज धार्मिक अध्ययन संस्थान के सौजन्य से हुए इस आयोजन में विश्वविद्यालय
की प्रथम महिला डा. वंदना बिश्नोई भी इस अवसर पर उनके साथ उपस्थित रही। अध्यक्षता धार्मिक
अध्ययन संस्थान के चेयरमैन प्रो. किशनाराम बिश्नोई ने की।
कुलपति प्रो. नरसी ने इस अवसर पर कहा कि इस आयोजन से विश्वविद्यालय परिसर में
सकारात्मक ऊर्जा का संचार हुआ है। उन्होंने विश्वविद्यालय परिवार को नववर्ष की शुभकामनाएं
दी तथा विश्वविद्यालय के लिए सुख समृद्धि की कामना की।
गुरू जंभेश्वर जी धार्मिक अध्ययन संस्थान परिसर में कुलपति ने सर्वप्रथम ध्वजारोहण
किया। तदुपरांत उन्होंने गुरू जंभेश्वर जी महाराज मंदिर में नमन किया। डा. वंदना बिश्नोई
के साथ मुख्य यजमान के रूप में हवन यज्ञ में आहुति अर्पित की। भंडारे का भी आयोजन किया
गया।
इससे पूर्व नववर्ष की पूर्व संध्या पर धार्मिक अध्ययन संस्थान परिसर में जागरण
का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में गुरू जंभेश्वर जी महाराज की शिक्षाओं तथा सनातन
पद्धति पर आधारित गीतों व भजनों का गायन किया गया। इस आयोजन में भी श्रद्धालुओं ने
भक्ति गीतों का खूब आनंद लिया।
इस अवसर पर कुलपति के तकनीकी सलाहकार प्रो. संदीप राणा, प्रो. संजीव कुमार,
प्रो. कर्मपाल तथा प्रो. खजान सिंह सहित अन्य वरिष्ठ शिक्षक व अधिकारीगण उपस्थित रहे।
हिन्दुस्थान समाचार / राजेश्वर