रेवाड़ीः मुख्य दंडाधिकारी ने वृद्धाश्रम पहुंचकर बुजुर्गों की सुनी समस्याएं

रेवाड़ी, 27 मार्च (हि.स.)। मुख्य दंडाधिकारी व सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण अमित वर्मा ने गुरुवार को रेवाड़ी स्थित वृद्धाश्रम और बाल गृह आस्था कुंज का दौरा किया। उन्होंने उन्होंने बुजुर्गों की समस्याएं सुनी और उनके निवारण के लिए अधिकारियों को दिशा-निर्देश दिए। इस दौरान उन्होंने वृद्धाश्रम और बाल गृह आस्था कुंज के कार्यों की समीक्षा भी की।
मुख्य दंडाधिकारी ने बाल गृह आस्था कुंज का भी निरीक्षण किया। उन्होंने बच्चों से बातचीत कर उनको मिलने वाली सुविधाओं का जायजा लिया। सीजेएम ने निर्देश दिए कि वृद्धाश्रम व बाल गृह में बुजुर्गों व बच्चों को आवश्यक मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराई जाए। सीजेएम अमित वर्मा ने बताया कि कानूनी सहायता और उनकी सेवाओं के बारे में सभी को जागरूक किया जाए ताकि कानून की सहायता का लाभ उठा सके। उन्होंने कहा कि जिला विधिक सेवा प्राधिकरण रेवाड़ी समाज के गरीब और कमजोर वर्गों को सहायता और समर्थन प्रदान करने के लिए कार्यरत है।
विधिक सेवा प्राधिकरण का उद्देश्य समाज के कमजोर वर्ग के लोगों के लिए निशुल्क कानूनी सेवाओं की पेशकश करना व साथ में उनके अधिकारों के बारे में जागरूक करने का प्रयास करता है। उन्होंने बताया कि लीगल एड द्वारा सीनियर सिटीजन, महिलाएं, बच्चो, अनुसूचित जाति व जनजाति के लोगों व तीन लाख से कम वार्षिक आय वाले सभी व्यक्तियों को निशुल्क कानूनी सहायता दी जाती है और कोई भी जन कानूनी सलाह व सहायता के लिए जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के कार्यालय में संपर्क कर सकता है। इस मौके पर वृद्धाश्रम के सहायक जगदीश ने बताया कि वृद्धाश्रम में 11 बुजुर्ग रह रहे हैं। आस्था कुंज के अधीक्षक मुग्धा और परिवीक्षा अधिकारी अजमेर सिंह गोदारा ने बताया कि बाल गृह आस्था कुंज में कुल 20 बच्चे रह रहें है।
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हिन्दुस्थान समाचार / श्याम सुंदर शुक्ला