यमुनानगर: निजी स्कूलों की मनमानी के खिलाफ अभिभावक सेवा मंच ने सौंपा ज्ञापन

यमुनानगर, 27 मार्च (हि.स.)। अभिभावक सेवा मंच के बैनर तले अभिभावकों ने जिला राजस्व अधिकारी तरूण सहोता के माध्यम से मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के नाम ज्ञापन देकर निजी स्कूलों की नाजायज मनमानियों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की मांग की।
गुरुवार को महेंद्र मित्तल ने कहा कि पिछले एक दशक से अभिभावक निजी स्कूलों द्वारा एनसीईआरटी की किताबों के स्थान पर अभिभावकों को निजी स्कूल मनचाहे दामों पर निजी प्रकाशकों की किताबें और स्कूलों के नाम छपी हुई नोटबुक बेच रहें हैं। जो केवल एकाधिकार प्राप्त दुकानदार और स्कूल द्वारा ही संचालित दुकानों पर मिल रहीं हैं ।
पिछले दो साल में निजी स्कूलों पर शिक्षा विभाग और मुख्यमंत्री उड़न दस्ते की जबरदस्त सयुंक्त छापामारी हुई, जिसकी विडियोग्राफी भी हुई। इसके बावजूद दुकानें धड़ल्ले से पहले से भी 25 से 30 प्रतिशत मंहगी किताबें बेच रहे हैं।
सरकार इस बार भी सभी स्कूलों के अभिभावकों को विश्वास में लेकर उडन दस्ते एवं पूरे दल बल के साथ निजी स्कूलों पर सख्त कार्रवाई करें। उन्होंने बताया कि एक अनुमान के अनुसार यदि गणना की जाए तो पहली कक्षा से सीनियर सकैंडरी तक बच्चों को नौलखा किताबों का सैट अभिभावक खरीद कर देते हैं। साथ ही साथ एकाधिकार प्राप्त दुकानों से अलग-अलग स्कूलों की वर्दियां भी अभिभावकों की जेब पर भारी पडती हैं। विपिन गुप्ता ने मांग की कि दिल्ली व राजस्थान सरकार निजी स्कूलों पर सख्त कार्रवाई कर रही है उसी तरह हरियाणा में भी स्कूलों की मान्यता रद्द करने का प्रावधान हो।
हिन्दुस्थान समाचार / अवतार सिंह चुग