हिसार: विद्यार्थियों में एक वैश्विक दृष्टिकोण और समस्या-समाधान कौशल विकसित करना आवश्यक : प्रो. नरसी राम बिश्नोई

एचएसबी में अंतरराष्ट्रीय बिजनेस मॉडल प्रदर्शनी आयोजितविद्यार्थियों ने वैश्विक व्यावसायिक नवाचारों का प्रदर्शन कियाहिसार, 25 मार्च (हि.स.)। गुरु जम्भेश्वर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के हरियाणा स्कूल ऑफ बिजनेस (एचएसबी) की ओर से मंगलवार काे अपनी बहुप्रतीक्षित अंतरराष्ट्रीय बिजनेस मॉडल प्रदर्शनी का आयोजन किया गया। इस प्रदर्शनी से विद्यार्थियों को अपनी नवाचारपूर्ण व्यावसायिक रणनीतियों एवं उद्यमशीलता कौशल प्रस्तुत करने के लिए एक प्रभावी मंच प्राप्त हुआ। प्रदर्शनी में 200 से अधिक प्रतिभागी विद्यार्थियों ने विविध नवाचारपूर्ण मॉडल प्रस्तुत किए।
विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. नरसी राम बिश्नोई ने इस पहल की सराहना करते हुए इसे व्यावहारिक शिक्षा को बढ़ावा देने और विद्यार्थियों को वास्तविक व्यावसायिक चुनौतियों के लिए तैयार करने में सहायक बताया। उन्होंने बताया कि आज के तेजी से विकसित होते व्यवसायिक परिदृश्य में, विद्यार्थियों में एक वैश्विक दृष्टिकोण और समस्या-समाधान कौशल विकसित करना आवश्यक है। यह प्रदर्शनी उनके ज्ञान और रचनात्मकता को अंतर्राष्ट्रीय व्यापार परिदृश्यों में लागू करने का एक उत्कृष्ट मंच प्रदान करती है।मुख्य अतिथि डीन एकेडमिक अफेयर्स प्रो. योगेश चाबा ने विद्यार्थियों की असाधारण रचनात्मकता, विश्लेषणात्मक कौशल और रणनीतिक सोच की सराहना की। उन्होंने वैश्विक व्यापार ज्ञान के बढ़ते महत्व पर जोर देते हुए कहा कि यह प्रदर्शनी वैश्वीकरण के इस दौर में विद्यार्थियों के लिए एक आवश्यक मंच प्रदान करती है। उन्होंने प्रतिभागियों द्वारा प्रस्तुत अंतराष्ट्रीय व्यापार और व्यावसायिक गतिशीलता पर आधारित शोधपरक और व्यावहारिक समाधानों की भी प्रशंसा की।एचएसबी के डीन प्रो. कर्मपाल नरवाल ने विद्यार्थियों की समर्पण भावना और नवाचारशील सोच की सराहना की तथा कहा कि एचएसबी में, हमारा उद्देश्य ऐसा शिक्षण वातावरण विकसित करना है जो आलोचनात्मक सोच और उद्यमिता को प्रोत्साहित करे। आज प्रस्तुत किए गए विचार हमारे विद्यार्थियों की क्षमता को दर्शाते हैं कि वे पारंपरिक व्यावसायिक मॉडलों से आगे सोच सकते हैं। उन्होंने इस आयोजन को सफल बनाने के लिए संकाय सदस्यों और आयोजकों के प्रयासों की भी सराहना की।एचएसबी के निदेशक प्रो. विनोद कुमार बिश्नोई ने संस्थान की अनुभवात्मक शिक्षण की प्रतिबद्धता को दोहराते हुए कहा कि ऐसे कार्यक्रम विद्यार्थियों को पुस्तकों से आगे सोचने और अपने ज्ञान को वास्तविक व्यावसायिक चुनौतियों पर लागू करने के लिए प्रेरित करते हैं, जिससे वे भविष्य के पेशेवर बनने के लिए तैयार होते हैं।इस कार्यक्रम का आयोजन और नेतृत्व डॉ. अंजलि गुप्ता द्वारा किया गया, जिन्होंने इसे एचएसबी के फाइन आर्ट्स क्लब के माध्यम से आगे बढ़ाया। उन्होंने विद्यार्थियों की उल्लेखनीय भागीदारी पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि यह प्रदर्शनी केवल एक प्रतियोगिता नहीं थी, बल्कि विद्यार्थियों में वैश्विक दृष्टिकोण विकसित करने और व्यावहारिक प्रभाव डालने वाले नवाचारों को प्रोत्साहित करने का एक माध्यम थी।
हिन्दुस्थान समाचार / राजेश्वर