भक्ति और शक्ति का पर्व 30 से, मंदिरों में जलेंगे जोत

धमतरी, 29 मार्च (हि.स.)। भक्ति और शक्ति का पर्व चैत्र नवरात्रि 30 मार्च से प्रारंभ होने जा रहा है। पर्व को लेकर शहर व अंचल के सभी देवी मंदिरों में तैयारी पूर्ण कर ली गई है। श्रद्धालुओं ने बड़ी संख्या में मनोकामना जोत प्रज्ज्वलित के लिए मंदिरों में पंजीयन कराया है। चैत्र नवरात्र में शहर की आराध्य देवी मां विंध्यवासिनी मंदिर वनदेवी मां अंगारमोती सहित अन्य देवी मंदिरों में भक्त दर्शन पूजन के लिए पहुंचेंगे। चैत्र नवरात्र के चलते शहर के बाजार में कलश दीयों की खरीदी शाम तक होती रही।
देवी उपासना का पर्व नवरात्रि आज से शुरू हो रहा है। खास बात यह है कि इस बार माता रानी हाथी में सवार होकर आएगी। इसे बेहद शुभ एवं मंगलकारी माना जा रहा है। इसलिए भक्तों में उत्साह दोगुना हो गया है। गौरतलब है कि धर्म की नगरी में देवी उपासना का पर्व नवरात्र को पूरी आस्था एवं उल्लास से मनाया जाता है। क्योंकि नवरात्र में मां भवानी अपने भक्तों पर विशेष कृपा बरसाती है। पंडितो की माने तो इस साल माता रानी नवरात्र में हाथी पर सवार होकर आएगी। शास्त्रों में देवी की हाथी की पालकी को बहुत शुभ माना गया है। इसलिए भक्तों का उत्साह इस बार दोगुना हो गया है। चैत्र नवरात्र पर्व पर आज रविवार शाम को शुभ मुहूर्त में मंदिर समिति की ओर से देवी मंदिरों में ज्योत प्रज्वलित की जाएगी। शहर की आराध्य देवी मां विंध्यवासिनी मंदिर, गंगरेल स्थित मां अंगारमोती मंदिर, दानीटोला वार्ड स्थित शीतला माता मंदिर में, मराठा पारा स्थित मंदर माई मंदिर, शीतला मंदिर गोकुलपुर सहित शीतला मंदिर गोकुलपुर वार्ड, गायत्री मंदिर, सोरिद वार्ड स्थित काली मंदिर, काली मंदिर बस स्टैंड, रिसाई माता मंदिर, दंतेश्वरी मंदिर, रत्नेश्वरी मंदिर रत्नाबांधा, दुर्गा मंदिर बठेना वार्ड सहित अन्य देवी मंदिरों में चैत्र नवरात्र पर मनोकामना ज्योत प्रज्वलन की जाएगी।
होंगे विविध कार्यक्रम
चैत्र नवरात्र 30 मार्च से छह अप्रैल तक होने से इस बार आठ दिनों का रहेगा। मां बिलाई माता सेवादार सेवा समिति द्वारा दो अप्रैल को पंचमी पर माता की चुनरी पालकी सहित भव्य झांकी युक्त शोभायात्रा निकाली जाएगी। इसमें सुप्रसिद्ध जसगीत गायक खिलेश यादव भी आकर्षण का केन्द्र रहेंगे। इसके अलावा शहर में आठ दिनों तक जगह जगह जसगीत, जगराता, गरबा सहित अन्य विविध कार्यक्रम आयोजित होगें। नवरात्र के तहत भक्त शक्ति की भक्ति में लीन होकर उसे अपने अपने तरीके से प्रसन्न करने में लगे रहेंगे। चैत्र नवरात्र से हिंदू नववर्ष की शुरुआत होती है। इसे लेकर भी तैयारी पूर्ण कर ली गई है।
हिन्दुस्थान समाचार / रोशन सिन्हा