अनुसंधान में डेटा विश्लेषण के लिए तकनीकी का सार्थक उपयोग जरूरी:डा.शहादत हुसैन

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अनुसंधान में डेटा विश्लेषण के लिए तकनीकी का सार्थक उपयोग जरूरी:डा.शहादत हुसैन


पूर्वी चंपारण,22 मार्च (हि.स.)।आईसीएसएसआर दिल्ली व महात्मा गाँधी केंद्रीय विश्वविद्यालय के मीडिया अध्ययन विभाग द्धारा आयोजित दस दिवसीय कार्यशाला में तीसरे दिन शनिवार को डेटा विश्लेषण से सम्बंधित तकनीकी सत्रों का आयोजन किया गया,जिसके प्रथम तकनीकी सत्र के वक्ता डॉ. शहादत हुसैन , वरिष्ठ सहायक प्रोफेसर, समाज कार्य विभाग, विद्यांत हिंदी पीजी कॉलेज, लखनऊ विश्वविद्यालय और तृतीय तकनीकी सत्र के वक्ता बुद्ध परिसर के निदेशक कुलानुशासक प्रो. प्रसून दत्त सिंह थे। स्वागत कार्यशाला निदेशक एवं विभागाध्यक्ष डॉ. अंजनी कुमार झा एवं संचालन कार्यशाला सहायक निदेशक डॉ. सुनील दीपक घोडके ने किया।मीडिया अध्ययन विभाग के अध्यक्ष डॉ. अंजनी कुमार झा ने अतिथियों का स्वागत करते हुए सत्रों के कार्यक्रम से सभी प्रतिभागियों को अवगत कराया।

वक्ता डॉ. शहादत हुसैन ने अनुसंधान में डेटा विष्लेषण के समाजिक विज्ञान में महत्व और सामाजिक जनसांख्यिकीय की आवश्यकता पर प्रकाश डालते कहा कि अनुसंधान में डेटा विश्लेषण में तकनीक का सार्थक उपयोग जरूरी है।उन्होने एसपीएसएस के डेटा विश्लेषण, सांख्यिकीय मॉडल का निर्माण और व्यवसाय व स्वास्थ्य सेवा के बारे में विस्तृत चर्चा की।कार्यशाला के तीसरे सत्र में प्रो प्रसून दत्त सिंह ने डेटा विश्लेषण और उसकी व्याख्या में नैतिकता पर जोर दिया।साथ ही उन्होने डेटा विश्लेषण की प्रबंधन सुनिश्चित करना, आलोचना का सम्मान करना, पूर्वाग्रह से बचना, और डेटा संग्रह को लेकर निष्कर्षों के प्रसार को लेकर उसके सभी चरणों के महत्व को जानने के बारे में विस्तार से चर्चा की।

कार्यशाला में मीडिया अध्ययन विभाग के सहायक प्राध्यापक डॉ. सुनील दीपक घोडके ने सभी आमंत्रित वक्ताओं तथा शोधार्थियों का धन्यवाद ज्ञापन किया और कार्यशाला के आगामी सत्रों को लेकर शुभकामनाएं प्रेषित की।

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हिन्दुस्थान समाचार / आनंद कुमार

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