शोधकर्ताओं और छात्रों ने लगातार नवाचार की सीमाओं को बढ़ाया : प्रो. मणीन्द्र अग्रवाल

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शोधकर्ताओं और छात्रों ने लगातार नवाचार की सीमाओं को बढ़ाया : प्रो. मणीन्द्र अग्रवाल


कानपुर, 29 मार्च (हि.स.)। आईआईटी कानपुर में हम सभी के लिए यह गर्व की बात है कि हमारे प्रयासों को इस राष्ट्रीय पुरस्कार से मान्यता मिली है। हमारे संकाय, शोधकर्ताओं और छात्रों ने लगातार अपनी नवाचार की सीमाओं को आगे बढ़ाने का काम किया है और यह सम्मान भारत और दुनिया के लिए प्रभावशाली अनुवाद सम्बंधी शोध और तकनीकी प्रगति को आगे बढ़ाने में हमारी प्रतिबद्धता को मजबूत करता है।

भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी कानपुर) को भारतीय शैक्षणिक संस्थान पेटेंट के लिए प्रतिष्ठित नेशनल इलेक्चुअल प्रॉपर्टी (आईपी) अवॉर्ड 2024 से सम्मानित किया गया है, जो नवाचार और बौद्धिक सम्पदा में अग्रणी के रूप में इसकी स्थिति को मजबूत करता है। भारत मंडपम नयी दिल्ली में आयोजित पुरस्कार समारोह में वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल की उपस्थिति में यह सम्मान आईआईटी कानपुर के निदेशक प्रो. मणीन्द्र अग्रवाल को प्रदान किया गया।

पेटेंट दाखिल करने और लाइसेंसिंग में आईआईटी कानपुर की निरंतर सफलता ने नवाचार के प्रमुख प्रवर्तक के रूप में इसकी भूमिका को और मजबूत किया है। 2024 में संस्थान ने एक वर्ष में सबसे अधिक बौद्धिक सम्पदा अधिकार (आईपीआर) दाखिल किए जो लगातार चौथे वर्ष उल्लेखनीय गति बनाए हुए है। कुल 1,229 आईपीआर दाखिल करने और 860 की स्वीकृत के साथ आईआईटी कानपुर ने अनुसंधान और तकनीकी प्रगति में अग्रणी भूमिका निभाने के लिए अपनी प्रतिबद्धता का प्रदर्शन किया है। संस्थान ने 2024 में लगभग 12.91 प्रतिशत की असाधारण प्रौद्योगिकी लाइसेंसिंग दर भी बनाए रखी।

हिन्दुस्थान समाचार / रोहित कश्यप

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