हलिया का बीआरसी: कागज़ पर यहां, ज़मीन पर वहां!

WhatsApp Channel Join Now
हलिया का बीआरसी: कागज़ पर यहां, ज़मीन पर वहां!


शिक्षकों और अभिभावकों की बढ़ी फजीहत, बीआरसी को लेकर उठा सवाल

मीरजापुर, 20 मार्च (हि.स.)। कागज़ों में हलिया के जूनियर हाईस्कूल में मौजूद बीआरसी (ब्लाक संसाधन केंद्र) हकीकत में ब्लाक के एक कोने, बरौधा में चल रहा है, जिससे शिक्षकों और अभिभावकों की मुश्किलें बढ़ गई हैं। मासिक बैठक और प्रशिक्षण के लिए दूर-दराज़ के गांवों से आने वाले शिक्षकों को लंबी दूरी तय करनी पड़ रही है।

हलिया विकास खंड मध्य प्रदेश के रीवा और सिंगरौली सीमाओं से सटा हुआ है। यहां के 52 किमी दूर बसे गांवों बरया, वेवगुना, गौरवा, मनिगढ़ा, तीता, पटपरा, बैधा, मतवार, बेला ही आदि के शिक्षकों को बरौधा स्थित बीआरसी केंद्र तक पहुंचने के लिए गर्मी, बारिश और ठंड में सफर करना पड़ता है।

बीआरसी का संचालन हलिया में होना चाहिए था, लेकिन प्रशासनिक मनमानी के चलते यह बरौधा में संचालित हो रहा है, जिससे 213 प्राथमिक, 50 पूर्व माध्यमिक और 63 कंपोजिट विद्यालयों के लगभग 597 शिक्षकों और शिक्षामित्रों को हर महीने मीटिंग और ट्रेनिंग के लिए अतिरिक्त धन और समय खर्च करना पड़ रहा है।

शिक्षकों का कहना है कि बीआरसी को हलिया के केंद्र में संचालित किया जाए ताकि सभी को आसानी हो। शिक्षक संघ ब्लाक अध्यक्ष कौशल सिंह, आरपी यादव, गजेन्द्र सिंह, अजीत यादव, आनंद सिंह और सुजीत सिंह सहित कई शिक्षक इस मांग को लेकर मुखर हैं।

खंड शिक्षा अधिकारी प्रकाश चंद यादव ने बताया कि बरौधा में बीआरसी की बैठकें और प्रशिक्षण पूर्व से संचालित हो रहे हैं। उन्होंने आश्वासन दिया कि इस समस्या को उच्च अधिकारियों से चर्चा कर जल्द ही समाधान निकाला जाएगा।

हिन्दुस्थान समाचार / गिरजा शंकर मिश्रा

Share this story

News Hub