रवि पुष्य नक्षत्र में हुआ प्रथम पूज्य का पंचामृत अभिषेक

जयपुर, 6 अप्रैल (हि.स.)। रवि पुष्य नक्षत्र के पावन अवसर पर रविवार को शहर भर के गणेश मंदिरों में प्रथम पूज्य भगवान श्री गणेश का विशेष पूजन और अभिषेक विधिपूर्वक संपन्न हुआ। श्रद्धालुओं ने पूरे दिन मंदिरों में दर्शन किए और विशेष अनुष्ठानों में भाग लिया। मंदिरों को आकर्षक रूप से सजाया गया और भगवान गणेश को नवीन पोशाक धारण कराई गई।
मोती डूंगरी गणेश मंदिर में सुबह 8 बजे महंत कैलाश शर्मा के सान्निध्य में भगवान श्री गणेश जी का विशेष अभिषेक किया गया। इसमें 151 किलो दूध, 21 किलो दही, सवा पांच किलो घी, 21 किलो बूरा, शहद, केवड़ा जल, गुलाब जल, केवड़ा इत्र और गुलाब इत्र का उपयोग किया गया। अभिषेक की शुरुआत गंगाजल, केवड़ा जल और गुलाब जल से हुई, इसके बाद पंचामृत से स्नान कराया गया। इसके पश्चात गंगाजल से शुद्ध स्नान कर 11 बजे श्री गणपति सहस्त्रनाम के उच्चारण के साथ भगवान को 1001 मोदक अर्पित किए गए। इसके उपरांत उन्हें नवीन पोशाक धारण कराकर फूल बंगले में विराजमान किया गया और विशेष खीर का भोग लगाया गया।
ब्रह्मपुरी माउंट रोड स्थित नहर के गणेश मंदिर में दाहिनीं सूंड दक्षिणमुखी गणेश जी का पंचामृत से अभिषेक किया गया। मंदिर के युवाचार्य पं. मानव शर्मा ने श्री गणपति अथर्वशीर्ष, श्री गणपति अष्टोत्तर शतनामावली और ऋग्वेदोक्त गणपति मात्रिका पाठ का आयोजन करवाया। गणपति जी को नवीन पोशाक पहनाई गई और उन्हें 21 मोदकों तथा चूरमे का भोग अर्पित किया गया। शाम को 251 दीपकों से भव्य महाआरती की गई और श्रद्धालुओं को सुख-समृद्धि दायक रक्षासूत्र वितरित किए गए।
चांदपोल परकोटा स्थित गणेश मंदिर में भी विशेष पूजन हुआ। यहां 101 किलो दूध से भगवान का अभिषेक किया गया। इसके बाद गणपति अथर्वशीर्ष और सहस्त्रनामावली का पाठ किया गया। श्रद्धालुओं को रक्षासूत्र और हल्दी की गांठें वितरित की गईं।
सूरजपोल बाजार स्थित श्री श्वेत सिद्धिविनायक मंदिर में वेद मंत्रों के साथ दुग्धाभिषेक और श्री सूक्त हवन का आयोजन हुआ। लक्ष्मी प्राप्ति की कामना से वैदिक मंत्रों के साथ हवन संपन्न किया गया।
गलता गेट स्थित गीता गायत्री गणेश मंदिर में पं. राजकुमार चतुर्वेदी के सान्निध्य में पुष्याभिषेक किया गया। वहीं, बड़ी चौपड़ स्थित काले गणेशजी मंदिर, चौड़ा रास्ता स्थित ध्वजाधीश मंदिर, दिल्ली रोड स्थित आत्माराम गणेश ब्रह्मचारी मंदिर और आगरा रोड स्थित गंगोत्री गणेश मंदिर सहित अन्य गणेश मंदिरों में भी रवि पुष्य नक्षत्र पर विशेष पूजा-अर्चना और अभिषेक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया।
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हिन्दुस्थान समाचार / दिनेश