मुरैना: समरसता के साथ मिलजुलकर रहें सभी बंधु : नरेन्द्र सिंह

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मुरैना: समरसता के साथ मिलजुलकर रहें सभी बंधु : नरेन्द्र सिंह


मुरैना: समरसता के साथ मिलजुलकर रहें सभी बंधु : नरेन्द्र सिंह


मुरैना, 22 मार्च (हि.स.)। मुरैना शहर के टाउन हॉल में शनिवार को होली मिलन समारोह धूमधाम से मनाया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर मध्यप्रदेश विधानसभा अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर उपस्थित थे। भाजपा जिलाध्यक्ष कमलेश कुशवाह विशिष्ट अतिथि के रूप में मौजूद रहे। कार्यक्रम की शुरुआत में भाजपा के पदाधिकारियों का माल्यार्पण कर स्वागत किया गया। विधानसभा अध्यक्ष नरेन्द्र सिंह तोमर ने संगीत की धुनों पर फूलों की होली खेलकर समारोह में रंग जमाया। मौजूद लोगों ने इस दौरान खूब आनंद लिया।

भारतीय जनता पार्टी जिला मुरैना का होली मिलन समारोह शनिवार को शहर के टाऊन हॉल में आयोजित किया गया। जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में मध्य प्रदेश विधानसभा अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर, मुरैना-श्योपुर सांसद शिवमंगल सिंह तोमर,महापौर शारदा सोलंकी, जिला पंचायत अध्यक्ष आरती गुर्जर,पूर्व मंत्री मुंशीलाल,गिर्राज डण्डौतिया,पूर्व सांसद अशोक अर्गल,पूर्व विधायक बलबीर सिंह डण्डौतिया, परशुराम मुदगल,रघुराज कंषाना,राकेश मावई, पूर्व जिलाध्यक्ष डॉ योगेशपाल गुप्ता,केदार सिंह यादव,अनूप सिंह भदौरिया, नागेंद्र तिवारी, श्रीबल्लभ डण्डौतिया विशेष रूप से उपस्थित रहे।

होली मिलन समाहरोह में उपस्थित भाजपा नेता और कार्यकर्ताओं को सम्बोधित करते हुए नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि होली का त्यौहार सबसे खास त्यौहार है। इसमें लोग पुराने से पुराने बेर खत्म करके एक दूसरे से गले मिल जाते हैं । पुराने समय मे लोग होली और गाँव मे किसी बुजुर्ग की मृत्यु भोज भंडारे का इंतजार करते थे। उसका कारण यह था कि कब यह अवसर आए और गाँव के पंच पुरानी दुश्मनी को खत्म करवा के एक दूसरे से गले मिलवा दें। उन्होंने उपस्थित सभी को होली की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि हम सब एक दूसरे से प्रेम व्यवहार करते हुए ईश्वर ने जिस कार्य हेतु हमें दुनिया मे भेजा है उसे करें और जो हमारे अंदर में की भावना है वह हम में बदल जाए।

भाजपा जिलाध्यक्ष कमलेश कुशवाह ने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि वर्तमान समय में लोगों के पास समय का अभाव है पहले लोग होली पर टोलियां बना कर एक दूसरे के घर जाकर गुलाल, रंग लगते थे पांच दिन यह त्योहार मनाया जाता था। इसलिए अब एक दूसरे से मिल लेते थे अब इतना समय नहीं मिलता। इसलिए हमें होली मिलन आयोजित करने की जरूरत पड़ी है।

हिन्दुस्थान समाचार / शरद शर्मा

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