मेले, तीज तथा त्यौहार हमारी समृद्ध संस्कृति के परिचायक : हर्षवर्धन चौहान

नाहन, 31 मार्च (हि.स.)। उद्योग, श्रम एवं संसदीय कार्य मंत्री हर्षवर्धन चौहान ने कहा कि मेले और त्योहार हमारी संस्कृति के प्रतीक हैं, जो हमें हिमाचल की समृद्ध और प्राचीन परंपराओं को समझने और महसूस करने का अवसर प्रदान करते हैं। पाश्चात्य संगीत से कहीं बेहतर हमारे लोकगीत, लोकनृत्य और लोक गाथाएं हैं, जो हमारी सांस्कृतिक धरोहर को जीवित रखती हैं। यह विचार उन्होंने आज जिला सिरमौर की उप तहसील नारग में आयोजित दो दिवसीय जिला स्तरीय मां नगर कोटी मेले के समापन अवसर पर जनसमूह को संबोधित करते हुए व्यक्त किए।
हर्षवर्धन चौहान ने कहा कि मेलों के दौरान दूर-दराज से आए लोग एक-दूसरे से मिलते हैं और आपसी विचारों का आदान-प्रदान करते हैं, जिससे समाज में भाईचारे और एकता को बढ़ावा मिलता है। उन्होंने बताया कि इन मेलों में खेलकूद और सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है, जो लोगों के स्वस्थ मनोरंजन का कारण बनता है।
मंत्री ने युवाओं से अपील करते हुए कहा कि वे खेल गतिविधियों में बढ़-चढ़कर भाग लें और नशे से दूर रहें ताकि समाज में सकारात्मक बदलाव आए और एक स्वच्छ समाज की नींव रखी जा सके।
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हिन्दुस्थान समाचार / जितेंद्र ठाकुर