नव चिकित्सकों की शिक्षा यहीं नहीं हुई खत्म, ज्ञान में वृद्धि रखें जारी : डॉ. नरेश जिंदल


नव-प्रशिक्षित स्नातक छात्रों के लिए पशु-चिकित्सक शपथ समारोह का आयोजन
हिसार, 29 मार्च (हि.स.)। यहां के लाला लाजपत राय पशु चिकित्सा एवं पशु विज्ञान
विश्वविद्यालय (लुवास), के पशु चिकित्सा महाविद्यालय के वर्ष 2019 बैच के 79 नव-प्रशिक्षित
स्नातक छात्रों के लिए पशु-चिकित्सक शपथ समारोह का आयोजन किया गया। इनमें 25 छात्राएं
और 54 छात्र शामिल है।
इस अवसर पर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. (डॉ.) नरेश जिंदल मुख्य अतिथि रहे।
छात्र कल्याण निदेशक डॉ. सज्जन सिहाग, विभागाध्यक्ष डॉ. सुशीला मान, डॉ. दीपक कुमार,
जनरल मैनेजर कैरस लिमिटेड, डॉ. ज्ञान सिंह व डॉ. सोनू गेस्ट ऑफ़ ऑनर के रूप में उपस्थित
रहे। कार्यक्रम की अध्यक्षता पशु चिकित्सा महाविद्यालय के अधिष्ठाता डॉ. गुलशन नारंग
ने की।
दीप प्रज्वलित कर सरस्वती वंदना के साथ समारोह की शुरुआत की गई। इसके तुरंत
बाद नव-प्रशिक्षित स्नातकों को पशु-चिकित्सा महाविद्यालय के अधिष्ठाता डॉ. गुलशन नारंग
ने शपथ दिलाई। शपथ समारोह के बाद मुख्य अतिथि द्वारा नव प्रशिक्षित स्नातक विद्यार्थियों
को इंटर्नशिप कंप्लीशन सर्टिफिकेट वितरित किए गए।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि कुलपति प्रो. (डॉ.) नरेश जिंदल ने कहा कि सभी नव पशु
चिकित्सकों के लिए यह दिन विशेष है। नव-पशु चिकित्सक नयी जिन्दगी की शुरुआत कर रहे
हैं, जो उनके पिछले पांच वर्षों की अथक मेहनत एवं निरंतर परिश्रम का परिणाम है। सभी
चिकित्सा क्षेत्रों में पशु चिकित्सक सर्वोत्तम चिकित्सक हैं, क्योंकि वे उनकी मदद
करते हैं, जो बेजुबान हैं और अपने दर्द को बयां नहीं कर सकते हैं इसलिए पशु चिकित्सक
की भूमिका भी अत्यंत महत्वपूर्ण हो जाती है। उन्होंने आगे नव-प्रशिक्षित स्नातक छात्रों
को कहा कि उनकी शिक्षा यहीं खत्म नहीं हुई है आप लोग आगे भी ज्ञान वृद्धि करते रहे
क्योंकि सीखना एक निरंतर प्रक्रिया है।
डॉ. नरेश जिंदल ने नव चिकित्सकों से कहा कि उन्हें अपने कार्यस्थल पर ड्यूटी
का निर्वहन ईमानदारी से करना है ताकि वे समाज को अच्छी सेवाएं दे सके। कुलपति ने उपस्थित
अभिभावकों का आभार प्रकट करते हुए कहा कि आप ने आज से साढ़े पांच वर्ष पूर्व अपने बच्चों
को जिस भरोसे के साथ लुवास में प्रवेश दिलाया था, विश्वविद्यालय उस भरोसे को कायम रखते
हुए, उन बच्चों को परिपक्व पशु चिकित्सा विशेषज्ञों के रूप में लोटा रहा है। उन्होंने
प्रशिक्षित छात्रों को बधाई दी व उनके उज्जवल भविष्य की कामना करते हुए कहा कि आज शपथ
लेने के बाद कल से आप स्वतंत्र पशु चिकित्सा करने योग्य होगे एवं समाज को अपनी सेवाएं
प्रदान कर सकेंगे।
अधिष्ठाता डॉ. गुलशन नारंग ने नव-प्रशिक्षित स्नातक छात्रों को बधाई देते हुए
कहा कि आने वाले समय में उन्हें एक परिपक्व पशु-चिकित्सक की तरह प्रदेश के पशुधन की
सेवा करनी है जिससे कि विश्वविद्यालय का नाम रोशन हो। उन्होंने कहा की आने वाले समय
में आपको समाज की अगुवाई करनी है उन्होंने नव प्रशिक्षित स्नातक छात्रों से आग्रह किया
कि परिश्रमी व नम्र बने समाज के उद्धार के लिए कार्य करें।
इस अवसर पर शपथ लेने वाले नव पशु चिकित्सा छात्रों में से डॉ. श्वेता व डॉ.
नसरीन ने डिग्री के दौरान के अनुभव साझा किए व डॉ. अक्षय ने अपने सभी दोस्तों को याद
करते हुए एक कविता प्रस्तुत की। इस अवसर पर लुवास विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ. एसएस
ढाका,स्नातकोत्तर अधिष्ठाता डॉ. मनोज रोज,
मानव संसाधन एवं प्रबंधन निदेशक डॉ. राजेश खुराना, आईपीवीएस निदेशक डॉ. पवन कुमार,विभिन्न
विभागों के विभागाध्यक्ष व विद्यार्थी उपस्थित रहे। कार्यक्रम में मंच संचालन डॉ. अनीता
दलाल ने किया जबकि डॉ. सुशीला मान ने धन्यवाद किया।
हिन्दुस्थान समाचार / राजेश्वर