सोनीपत हॉफ मैराथन: नशे के खिलाफ जागरूकता और खेल प्रतिभाओं का सम्मान



-पुरुष वर्ग में 21 किलोमीटर हॉफ
मैराथन के विजेता प्रथम मोहित, द्वितीय बनी सिंह तृतीय हरीश रहे
-महिला वर्ग में 21 किलोमीटर हॉफ
मैराथन की विजेता प्रथम इथोपिया की ग्रैबिवाहिद, द्वितीय सोनिका तृतीय नीता रानी रही
सोनीपत, 30 मार्च (हि.स.)। हरियाणा
सरकार द्वारा नशे के विरुद्ध चलाए जा रहे अभियान के अंतर्गत रविवार को डीसीआरयूएसटी
मुरथल में आयोजित सोनीपत हॉफ मैराथन में हजारों बच्चों, युवाओं, महिलाओं, बुजुर्गों
और दिव्यांगजनों ने भाग लिया। इस आयोजन का उद्देश्य समाज को नशे से दूर रहने के लिए
प्रेरित करना था। विजेताओं को सम्मानित किया गया।
पुरुषों
की 21 किलोमीटर दौड़ में महेंद्रगढ़ के मोहित ने पहला स्थान प्राप्त किया, जिन्होंने
एक घंटा 04 मिनट 09 सेकंड में दौड़ पूरी की। सेना के बनी सिंह 01 घंटा 04 मिनट 13 सेकंड
में दौड़ पूरी कर दूसरे स्थान पर रहे, जबकि हरीश ने 01 घंटा 04 मिनट 26 सेकंड में दौड़
पूरी कर तीसरा स्थान हासिल किया।
महिलाओं
की 21 किलोमीटर दौड़ में इथोपिया की ग्रैबिवाहिद ने 01 घंटा 16 मिनट 04 सेकंड में दौड़
पूरी कर पहला स्थान प्राप्त किया। सोनिका ने 01 घंटा 16 मिनट 17 सेकंड में दौड़ पूरी
कर दूसरा स्थान प्राप्त किया, जबकि नीता रानी 01 घंटा 16 मिनट 28 सेकंड के समय के साथ
तीसरे स्थान पर रहीं।
पुरुषों
की 10 किलोमीटर दौड़ में सावन ने 29 मिनट 01 सेकंड में दौड़ पूरी कर पहला स्थान हासिल
किया। बलराम 29 मिनट 30 सेकंड समय के साथ दूसरे और रवि चौधरी 29 मिनट 37 सेकंड के समय
के साथ तीसरे स्थान पर रहे।
महिलाओं
की 10 किलोमीटर दौड़ में केएम ज्योति 34 मिनट 26 सेकंड में दौड़ पूरी कर विजेता बनीं।
रुबी कश्यप ने 34 मिनट 40 सेकंड में दौड़ पूरी कर दूसरा स्थान हासिल किया, जबकि गुतेमा
चालतू तेदिसि 36 मिनट 16 सेकंड में दौड़ पूरी कर तीसरे स्थान पर रहीं।
कैबिनेट
मंत्री अरविंद शर्मा ने सभी विजेताओं को नकद पुरस्कार देकर सम्मानित किया। प्रथम स्थान
विजेताओं को 01 लाख रुपये, दूसरे स्थान पर आने वालों को 75 हजार रुपये और तीसरे स्थान
पर आने वालों को 50 हजार रुपये का नकद पुरस्कार प्रदान किया गया। इसके अलावा, दिव्यांगजनों
की व्हीलचेयर दौड़ में बलराम ने पहला, मोहित ने दूसरा और सुरेंद्र ने तीसरा स्थान प्राप्त
किया।
मुख्यमंत्री
नायब सिंह सैनी ने खेल सामग्री वितरित की
मैराथन
के बाद मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने जिले की 65 पंचायतों को खेल सामग्री वितरित करने
के लिए वाहनों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इस खेल सामग्री की कुल लागत लगभग 65
लाख रुपये थी। मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार का उद्देश्य गांवों में खेलों को बढ़ावा
देना और युवाओं को बेहतर खेल सुविधाएं उपलब्ध कराना है। उन्होंने बताया कि ग्रामीण
क्षेत्रों में खेल प्रतिभाओं को निखारने के लिए खेल नर्सरियों की स्थापना की गई है,
जहां बच्चों को कोचिंग और अन्य आवश्यक सुविधाएं प्रदान की जा रही हैं। मुख्यमंत्री
ने इस अवसर पर कहा कि प्रदेश को नशामुक्त और खेलों में अग्रणी बनाने के लिए सरकार निरंतर
प्रयास कर रही है। उन्होंने युवाओं से नशे से दूर रहने और खेलों को अपनाने की अपील
की।
---------------
हिन्दुस्थान समाचार / नरेंद्र शर्मा परवाना