मेडिटेशन से तनाव को कहें अलविदा, जीवन में आए नई ऊर्जा!

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मेडिटेशन से तनाव को कहें अलविदा, जीवन में आए नई ऊर्जा!


मीरजापुर, 26 मार्च (हि.स.)। महुवरिया स्थित जीआईसी ग्राउंड पर चल रहे 'अलविदा तनाव' कार्यक्रम में बुधवार को सैकड़ों लोगों ने मेडिटेशन के माध्यम से मानसिक शांति और जीवन के सकारात्मक बदलावों के गुर सीखे। ब्रह्मकुमारी संस्थान की पूनम दीदी ने बताया कि मेडिटेशन केवल ध्यान लगाने की प्रक्रिया नहीं, बल्कि परमात्मा से जुड़ने का एक सशक्त माध्यम है।

पूनम दीदी ने प्रार्थना और मेडिटेशन का अंतर स्पष्ट करते हुए कहा कि प्रार्थना एकतरफा संवाद है, जिसमें हम भगवान से अपनी बातें कहते हैं, जबकि मेडिटेशन दोतरफा संवाद है, जहां हम परमात्मा के उत्तर भी अनुभव कर सकते हैं। उन्होंने बताया कि ब्रह्मकुमारी संस्थान द्वारा सिखाया जाने वाला राजयोग मेडिटेशन ज्ञान, शांति, प्रेम, आनंद और शक्ति का अनुभव कराता है, जिससे जीवन में सकारात्मक बदलाव आते हैं। कार्यक्रम संचालन बीके महिमा और सूरज ने किया।

पांच दिनों में मिली नई दिशा

कार्यक्रम में भाग ले रहे कई प्रतिभागियों ने अपने अनुभव साझा किए। उन्होंने बताया कि केवल पांच दिनों में ही उनके विचारों और जीवनशैली में परिवर्तन आ गया। तनाव और चिंता की जगह शांति और ऊर्जा का संचार होने लगा।

सांस्कृतिक रंग में रंगा कार्यक्रम

कार्यक्रम में कु. शताक्षी के सुंदर नृत्य और बीके आरती के भजन ने आध्यात्मिक माहौल को और मधुर बना दिया। दीप प्रज्ज्वलन के साथ शुभारंभ हुए इस कार्यक्रम में होमगार्ड कमांडेंट विनोद सिंह, पूर्व प्राचार्य डॉ. राजीव अग्रवाल, सेवानिवृत्त प्रोफेसर डॉ. रेनू सिंह, राजयोगी बीके दीपेंद्र, पंकज और प्रदीप ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई।

हिन्दुस्थान समाचार / गिरजा शंकर मिश्रा

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