भारतीय नववर्ष प्राकृतिक और सांस्कृतिक नव चेतना का प्रतीक : डॉ महेंद्र



सुल्तानपुर, 30 मार्च (हि.स.)। हिन्दू नववर्ष की पूर्व संध्या पर चौक ठठेरी बाजार में भारतीय नववर्ष आयोजन समिति द्वारा 13 वां विराट कवि सम्मेलन आयोजित हुआ। जिसमें आए देश के नामी गिरामी कवियों के गीतों व गजलों का श्रोताओं ने देर रात तक आनन्द लिया। कवि सम्मेलन के पहले सत्र को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि डॉ. महेन्द्र सिंह ने कहा हिन्दू नववर्ष केवल एक तिथि परिवर्तन नहीं,बल्कि प्राकृतिक और सांस्कृतिक नवचेतना का प्रतीक है। श्री सिंह ने भारतीय काल गणना, भारतीय नववर्ष कि महत्ता और प्रकृति में होने वाले परिवर्तन पर विस्तार से चर्चा की।
उन्होंने राणा सांगा पर विवादित टिप्पणी करने वाले सपा सांसद पर कड़ी प्रतिक्रिया दी।उन्होंने कहा सपा सांसद का बयान मूर्खतापूर्ण है। उनको इतिहास की जानकारी नही है। उन्होंने सनातनी परंपरा के पुनर्स्थापित करने की मांग की।
मुख्य वक्ता प्रख्यात कथा वाचक शांतुन महाराज ने कहा भारतीय नववर्ष मनाना सनातन परंपरा को जीवित रखने का माध्यम है।उन्होंने नववर्ष की महत्ता पर प्रकाश डाला। कहा इसी दिन ब्रह्मा जी द्वारा सृष्टि का सृजन,प्रभु श्रीराम का राज्याभिषेक,विक्रमी संवत व युगाब्द संवत्सर का शुभारंभ हुआ था। कार्यक्रम के पहले सत्र का शुभारंभ मुख्य अतिथि पूर्व मंत्री व एमएलसी डॉ महेन्द्र सिंह व कार्यक्रम संयोजक प्रवीन कुमार अग्रवाल ने मां सरस्वती के चित्र पर पुष्पांजलि व दीप प्रज्ज्वलित कर किया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता सरदार बलदेव सिंह व संचालन डॉ प्रीति प्रकाश ने किया। नववर्ष आयोजन समिति के मीडिया इंचार्ज विजय सिंह रघुवंशी ने बताया कि दूसरे सत्र का शुभारंभ अयोध्या से आई कवियत्री अर्चना द्विवेदी ने मां सरस्वती के वंदना से की। कोटा से आए गीत व गजल कार कुंवर जावेद ने 'हर एक तख्त से हर ताज से लड़ जाती है'
हापुड़ से पधारे ओज कवि अर्जुन सिसोदिया ने 'युद्ध नहीं जिनके जीवन में वह भी बड़े अभागे होंगे','या तो प्रण को तोड़ा होगा या रण से भागे होंगे' सुनकर श्रोताओं ने उनका तालियां बजाकर स्वागत किया।
कवि सम्मेलन में विभाग प्रचारक श्रीप्रकाश, जिला प्रचारक आशीष,विभाग संघ चालक डॉ ए.के.सिंह, भाजपा जिलाध्यक्ष सुशील त्रिपाठी, एमएलसी शैलेन्द्र प्रताप सिंह, सीताराम वर्मा,डॉ एमपी सिंह, करूणा शंकर द्विवेदी, डॉ सीताशरण त्रिपाठी, पूर्व मंत्री ओम प्रकाश पाण्डेय व ग्रामीण क्षेत्रों से आए सैकड़ों लोगों ने काव्य पाठ का आनंद लिया।
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हिन्दुस्थान समाचार / दयाशंकर गुप्ता