चौ. राघवेंद्र नाथ सिंह बने केपी ट्रस्ट के नए अध्यक्ष

--15 महीने बाद हुई पुनर्मतगणना--डॉ. सुशील सिन्हा 76 वोटों से हारे
प्रयागराज, 28 मार्च (हि.स.)। करीब 15 महीने बाद आज शुक्रवार को एशिया के सबसे बड़े ट्रस्ट केपी (कायस्थ पाठशाला) ट्रस्ट चुनाव की पुनर्मतगणना हुई। इसमें चौधरी राघवेंद्र नाथ सिंह कायस्थ पाठशाला के नए अध्यक्ष बन गए। उन्होंने डॉ.सुशील सिन्हा को 76 वोटों से हराया है।
खास बात यह है कि पुनर्मतगणना में कुल 17 वोट भी बढ़े मिले। पुनर्मतगणना अधिकारियों और कड़ी सुरक्षा व्यवस्था में विकास भवन सभागार में हुई। कायस्थ पाठशाला के अध्यक्ष एवं कार्यकारिणी सदस्य के लिए 25 दिसम्बर, 2023 को केपी कॉलेज परिसर में मतदान हुआ था। मतगणना दो दिनों तक हुई थी। मतगणना में भी जमकर हंगामा हुआ था। मतगणना के बाद डॉ.सुशील सिन्हा को मात्र 18 मतों के अंतर से विजयी घोषित किया गया था। उस समय 55 मत अवैध घोषित किए गए थे। इसके अलावा कार्यकारिणी सदस्य के बॉक्स में पड़े 148 मतों की गिनती नहीं की गई थी।
इस चुनाव परिणाम के विरोध में दूसरे स्थान पर रहे चौधरी राघवेंद्र नाथ सिंह ने इन 148 मतों को शामिल करते हुए दोबारा मतगणना कराने की मांग की थी। इसकी सुनवाई करते हुए एसडीएम सदर अभिषेक कुमार सिंह ने अपने 22 मार्च के फैसले में विवादित 148 मतों को शामिल करते हुए पुनर्मतगणना का आदेश दे दिया था।
डीएम की अनुमति के बाद विकास भवन के सभागार में शुक्रवार को भारी फोर्स की मौजूदगी में मतगणना शुरू हुई। नायब तहसीलदार चुनाव पर्यवेक्षक रहे। इनके अलावा डीएम ने भी सिटी मजिस्ट्रेट को पर्यवेक्षक नियुक्त किया था। 15 महीने पहले हुए केपी ट्रस्ट के चुनाव में कुल 4 प्रत्याशी मैदान में थे जिसमें चौधरी राघवेंद्र नाथ सिंह, डॉ. सुशील सिन्हा, प्रवीण कुमार श्रीवास्तव व एक महिला प्रत्याशी रतन श्रीवास्तव भी थीं। 9563 मतदाताओं ने मतदान किया था जबकि इस ट्रस्ट में देश-दुनिया के 33,514 मतदाता थे। यानी कुल 28 प्रतिशत वोटरों ने मतदान किया था।
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हिन्दुस्थान समाचार / विद्याकांत मिश्र