अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन में हुए 20 आमंत्रित वैज्ञानिकों के व्याख्यान, कई हुए पुरस्कृत

नैनीताल, 22 मार्च (हि.स.)। ऊर्जा, कार्यात्मक सामग्री, अणु और नैनो टेक्नोलॉजी पर नैनीताल के हरमिटेज सभागार में 20 से 22 मार्च तक आयोजित अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन के अंतिम दिन जर्नल ऑफ विनाइल एडिटिव टेक्नोलॉजी, कनाडा के प्रधान संपादक पृथु मुखोपाध्याय ने ‘हस्तलिखित पांडुलिपि और स्वीकृति के रहस्य को उजागर करते हुए उद्योग और अकादमी जगत के बीच की खाई को पाटना’ विषय पर व्याख्यान दिया। उन्होंने शोध कार्य और औद्योगिक आवश्यकताओं के बीच बेहतर समन्वय की आवश्यकता पर बल दिया और पांडुलिपि प्रकाशन की बारीकियों को समझाते हुए उच्च गुणवत्ता वाले शोधपत्रों की स्वीकृति की संभावनाएं बढ़ाने के तरीके बताए।
वहीं दूसरे मुख्य वक्ता सीएसआईआर-नेशनल इंस्टीट्यूट फॉर इंटरडिसिप्लिनरी साइंस एंड टेक्नोलॉजी तिरुवनंतपुरम में मैटेरियल साइंसेज एंड टेक्नोलॉजी डिवीजन से जुड़े वरिष्ठ वैज्ञानिक और अकादमी ऑफ साइंटिफिक एंड इनोवेटिव रिसर्च में प्रोफेसर डॉ. ई भोजे गौड़े ने अपने शोध कार्य के बारे में बताया कि उनका अनुसंधान भौतिकी और सामग्री विज्ञान में क्रांतिकारी योगदान दे रहा है, जो औद्योगिक और वैज्ञानिक अनुप्रयोगों के लिए महत्वपूर्ण है। इसके बाद तीन समानांतर तकनीकी सत्रों में 20 आमंत्रित वैज्ञानिकों ने व्याख्यान दिए। सम्मेलन के संयोजक प्रोफेसर नंदगोपाल साहू ने संगोष्ठी की विस्तृत रिपोर्ट प्रस्तुत की और प्रतिभागियों ने अपने फीडबैक साझा किए।
इस अवसर पर प्रोफेसर नंदगोपाल साहू, प्रोफेसर चित्रा पांडे, प्रोफेसर महेश आर्या, प्रोफेसर ललित तिवारी, प्रोफेसर विजय कुमार, डॉ. ललित मोहन, डॉ. सोहेल जावेद, डॉ. मनोज धूनी, डॉ. आंचल अनेजा, डॉ. भावना पंत, डॉ. दीपशिखा जोशी, डॉ. आकांक्षा रानी, प्रोफेसर एच. मिश्र, प्रोफेसर मोहन सिंह मेहता, डॉ. गिरीश खर्कवाल, डॉ. चेतना तिवारी, डॉ. कुंदन सिंह, डॉ. सुनील ढाली, डॉ. भास्कर बोरा, प्रोफेसर ओम प्रकाश पंतनगर, डॉ. अनर बान डंडापथ, डॉ. महेंद्र राणा, प्रोफेसर एंथनी, डॉ. पैनी जोशी, डॉ. संतोष उपाध्याय, मनीषा जोशी, आयशा सिद्दीकी, गरिमा चंद, अभिषेक मेहरा, रुचि बसेड़ा, भावना त्रिपाठी और कारुण्या पपने सहित अन्य लोग उपस्थित रहे।
इन्हें मिले पुरस्कार
संगोष्ठी के दौरान ऊर्जा श्रेणी में दीक्षा भट्ट (नैनीताल), राहुल कुमार झा और दुष्यंत सूथार (पुणे), कार्यात्मक सामग्री में प्रोफेसर गंगा बिष्ट स्मृति पुरस्कार के तहत प्रियंका हालसी (देहरादून), संजीब घोष (धनबाद), दिव्या महर (नैनीताल), सचिन कुमार डी पटेल और सुहानी शर्मा (नई दिल्ली) को एसएसजे विश्वविद्यालय अल्मोड़ा के कुलपति प्रो. सतपाल बिष्ट और कुमाऊं विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. दीवान रावत ने सम्मानित किया गया। सतत पर्यावरण एवं नैनो प्रौद्योगिकी में प्रोफेसर सीके दास स्मृति पुरस्कार के तहत कौस्तव साहू (खड़गपुर), डॉ. सुमित कुमार (मद्रास) और प्रकाश यादव (ग्वालियर) विजेता रहे।
मौखिक प्रस्तुति में ऊर्जा श्रेणी में मनु शर्मा (नोएडा), खुशबू कुमारी (धनबाद) और अरुण बुंघानी (पंतनगर) ने प्रथम स्थान प्राप्त किया। वहीं कार्यात्मक सामग्री-अणु में प्रोफेसर गंगा बिष्ट स्मृति पुरस्कार के तहत प्रशंसा गुप्ता (दिल्ली एनसीआर), पूनम महेंदिया (नोएडा), शिवानी सोनी (राजस्थान) और फातिमा अली हुसैन (दिल्ली) तथा सतत पर्यावरण एवं नैनो प्रौद्योगिकी में प्रोफेसर सीके दास स्मृति पुरस्कार के तहत प्रिंसी (नोएडा), अभिषेक वर्मा (दुर्गापुर) और दविंदर कौर (पटियाला) को पुरस्कृत किया गया।
हिन्दुस्थान समाचार / डॉ. नवीन चन्द्र जोशी