राष्ट्रीय उष्ट्र अनुसंधान केन्द्र में ऊंट पालकों के कल्याणार्थ करेंगे और अधिक बेहतर काम : डॉ. अनिल कुमार पूनिया

बीकानेर, 7 अप्रैल (हि.स.)। राष्ट्रीय उष्ट्र अनुसंधान केन्द्र (एनआरसीसी) के नए निदेशक के रूप में डॉ. अनिल कुमार पूनिया ने सोमवार को अपना कार्यभार संभाला। उल्लेखनीय है कि इससे पूर्व डॉ. पूनिया, राष्ट्रीय डेरी अनुसंधान संस्थान, करनाल में प्रधान वैज्ञानिक (डेरी सूक्ष्म जीव विज्ञान प्रभाग) के रूप में कार्यरत थे।
इस उपलक्ष्य पर आयोजित अभिनन्दन समारोह में डॉ. अनिल कुमार पूनिया, निदेशक, एन.आर.सी.सी. ने केन्द्र परिवार को संबोधित करते हुए कहा कि भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद के सभी अनुसंधान संस्थानों की स्थापना के पीछे मूल ध्येय, किसानों के कल्याणार्थ कार्य करना है। इसी उद्देश्य को दृष्टिगत रखते हुए हमारा संस्थान, उष्ट्र प्रजाति के संरक्षण व विकास की दिशा में अनुसंधानिक प्रयास जारी रखेगा तथा ऊंट पालकों के कल्याणार्थ जमीनी स्तर पर और अधिक तत्परता तथा बेहतर ढंग से कार्य करेगा ताकि परिवर्तित परिदृश्य में उष्ट्र पालन व्यवसाय को लाभदायक बनाया जा सकें। डॉ. पूनिया ने एन.आर.सी.सी. संस्थान के सभी पूर्व निदेशकों द्वारा संस्थान की प्रगति के लिए किए गए महत्वपूर्ण कार्यों की सराहना की। उन्होंने सहज, सरल लहजे में अपनी बात रखते हुए अनुसंधान की ताजा खबरें (ब्रेकिंग न्यूज), टीम वर्क के रूप में पूर्ण मनोयोग से कार्य करने, विनम्रता युक्त व्यवहार रखने, तकनीक का भरपूर इस्तेमाल करने तथा खासकर महिलाओं को खुले मन से अपने कार्यक्षेत्र में आगे बढ़ने को प्रोत्साहित किया।
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हिन्दुस्थान समाचार / राजीव