उज्जैन : राज्यपाल ने प्रदान की आचार्य बालकृष्ण और संध्या पुरेचा को डी.लिट. की उपाधि

उज्जैन, 31 मार्च (हि.स.)। महर्षि पाणिनि संस्कृत वैदिक विश्वविद्यालय का सोमवार को दीक्षांत समारोह राज्यपाल सह कुलाधिपति मंगुभाई पटेल की अध्यक्षता में हुआ। समारोह में राज्यपाल ने महर्षि पतंजलि योग विश्वविद्यालय,हरिद्वार के कुलगुरू आचार्य बालकृष्ण और केंद्रीय संस्कृत नाट्य अकादेमी की अध्यक्ष डॉ.संध्या पुरेचा को डी.लिट्. की उपाधि से सम्मानित किया।
राज्यपाल सह कुलाधिपति मंगुभाई पटेल ने कहाकि आपने कहाकि वैदिक ज्ञान के उपयोग, महत्व और भावी संभावनाओं को किस प्रकार विस्तारित किया जाए इस हेतु कार्य संपादन करें। कभी भी यह न सोचें कि आप अकेले हैं। यह सोचे हैं कि आप अकेले ही काफी हैं,जो संसार में ज्ञान के बल पर परिवर्तन ला सकते हैं। आज की पीढ़ी को संस्कृत और परंपराओं के ज्ञान की आवश्यकता है, क्योंकि अच्छे संस्कारों के अंकुरण से ही संस्कृति का रक्षण संभव है।
विश्व के प्राचीन ज्ञान का बोध संस्कृत के माध्यम से ही संभव हो सकता है। संस्कृत शास्त्रों में करुणा संवेदना और संस्कृति का समावेश है।
प्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री इंदरसिंह परमार ने कहाकि भारतीय संस्कृति को आगे बढ़ाने की संकल्पना को ध्यान में रखते हुए निरंतर परिश्रम करें। वार्तालाप में अधिक से अधिक संस्कृत भाषा का उपयोग किया जाए। हमारी भारतीय संस्कृति की सभी भाषाओं का सम्मान करें और उन पर गर्व करें। आचार्य बालकृष्ण ने कहा कि विश्वविद्यालय के कुलपति को कुलगुरु नाम से संबोधित करने वाला मध्यप्रदेश देश का पहला राज्य है।
दीक्षांत समारोह जीवन में बहुत बड़ा और अमूल्य क्षण होता है। यह सभी विद्यार्थियों के कठोर परिश्रम का परिणाम है। विद्यार्थी कभी भी विद्या अर्जन के कार्य से मुक्त न हों क्योंकि विद्या ही हमें मुक्ति का मार्ग दिखाती है।
डॉ.संध्या पुरेचा ने भी संबोधित किया। कार्यक्रम में सांसद अनिल फिरोजिया, राज्यसभा सांसद बालयोगी उमेशनाथ महाराज, विधायक अनिल जैन कालूहेड़ा,विश्वविद्यालय कार्य परिषद् सदस्य डॉ. विश्वास व्यास, गीतांजलि चौरसिया, डॉ.हरीश व्यास, गौरव धाकड़, डॉ. केशरसिंह चौहान, डॉ. अजयसिंह राठी भी उपस्थित थे। विवि के कुलगुरू विजयकुमार सीजी ने बताया कि समारोह में सत्र 2022-23 में उत्तीर्ण हुए कुल 1349 स्नातक तथा सत्र 2023-24 में उत्तीर्ण हुए कुल 1012 स्नातकों को उपाधियां प्रदान की गई। वरीयता सूची अनुसारकुलाधिपति ने 26 स्वर्ण, 25 रजत तथा 23 कांस्य पदक तथा 5 पी.एचडी.उपाधियां प्रदान की।
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हिन्दुस्थान समाचार / ललित ज्वेल