सीयू जम्मू ने स्वदेशी भाषाओं और एनईपी 2020 पर राष्ट्रीय संगोष्ठी की मेजबानी की


जम्मू,18 मार्च (हि.स.)। जम्मू केंद्रीय विश्वविद्यालय के शैक्षिक अध्ययन विभाग ने भारतीय सामाजिक विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएसएसआर) द्वारा प्रायोजित स्वदेशी भाषाएँ और एनईपी 2020: सतत शिक्षा के मार्ग पर दो दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी का उद्घाटन किया। कुलपति प्रो. संजीव जैन के नेतृत्व में आयोजित इस संगोष्ठी में देश भर के प्रतिष्ठित शिक्षाविदों, शोधकर्ताओं और नीति निर्माताओं ने हिस्सा लिया।
मुख्य वक्ता प्रो. के. पुष्पनाधम (एमएस यूनिवर्सिटी बड़ौदा) ने समावेशी शिक्षा को बढ़ावा देने में स्वदेशी भाषाओं की भूमिका और बहुभाषावाद को बढ़ावा देने में एनईपी 2020 के परिवर्तनकारी प्रभाव पर जोर दिया। डीन अकादमिक प्रो. सुरम सिंह ने भाषा और संस्कृति के बीच अंतर्संबंध पर प्रकाश डाला जिससे शिक्षा में स्थानीय भाषाओं के महत्व पर बल मिला।
कार्यक्रम के दौरान विद्वानों के योगदान को दर्शाने वाली सार-संक्षेप की एक पुस्तक का भी विमोचन किया गया। प्रोफेसर जे. एन. बलिया ने धन्यवाद ज्ञापन दिया और प्रतिष्ठित वक्ताओं और उपस्थित लोगों की भागीदारी की सराहना की। संगोष्ठी में भाषाई विविधता और सतत शिक्षा पर व्यावहारिक चर्चा की गई, जो समावेशी और न्यायसंगत शैक्षिक ढांचे को बनाने के लिए एनईपी 2020 के दृष्टिकोण के अनुरूप थी।
हिन्दुस्थान समाचार / राहुल शर्मा