सिरसा: ग्लेशियरों की सुरक्षा सिर्फ एक पर्यावरणीय मुद्दा नहीं, हमारे अस्तित्व की आवश्यकता: प्रो. अहलूवालिया
सिरसा, 22 मार्च (हि.स.)। विश्व जल दिवस के अवसर पर शनिवार को चौधरी देवी लाल विश्वविद्यालय सिरसा में कार्यक्रम का आयोजन हुआ, जिसमें पंजाब विश्वविद्यालय चंडीगढ़ के प्रख्यात भूवैज्ञानिक प्रो. अरुणदीप अहलूवालिया ने अपने विचार ऑनलाइन सांझा किए।
प्रो. अहलूवालिया ने वैश्विक जल संकट और ग्लेशियर संरक्षण की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने कहा जल ही जीवन का आधार है। जलवायु परिवर्तन के बढ़ते खतरे के कारण ग्लेशियरों की सुरक्षा सिर्फ एक पर्यावरणीय मुद्दा नहीं, बल्कि हमारे अस्तित्व की आवश्यकता बन गया है। हर बूंद कीमती है और जल संरक्षण हमारी सामूहिक जिम्मेदारी है। प्रो. रानी देवी ने कहा कि हमारे विश्वविद्यालय के लिए यह गर्व की बात है कि हमें एक प्रख्यात वैज्ञानिक से ज्ञान अर्जित करने का अवसर मिला। ऐसे कार्यक्रम वैज्ञानिक अनुसंधान और व्यावहारिक जीवन के बीच एक सेतु का कार्य करते हैं। विश्व जल दिवस हमें जल संरक्षण के महत्व और इसके दुरुपयोग के गंभीर परिणामों की याद दिलाता है। विश्वविद्यालय जल संरक्षण के प्रति जागरूकता बढ़ाने और छात्रों एवं संकाय सदस्यों को सतत जल प्रबंधन के लिए प्रेरित करने के लिए प्रतिबद्ध है।
हिन्दुस्थान समाचार / Dinesh Kumar