काठमांडू आठवें दिन भी विश्व के सबसे प्रदूषित शहरों में रहा शामिल

काठमांडू, 08 अप्रैल (हि.स.)। नेपाल की राजधानी काठमांडू पिछले आठ दिनों से विश्व के सबसे अधिक प्रदूषित शहर बन रहा। अत्यधिक प्रदूषण के कारण आम लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
वायु प्रदूषण का स्तर खतरा के स्तर को पार कर गई है जिस कारण लोगो में आंखों में जलन, सीने में दर्द, दम घुटने जैसी शिकायतें आम हो गई है। सरकार ने एकबार फिर अनावश्यक घर से बाहर नहीं निकलने, खिड़की दरवाजे बंद रखने, मास्क लगा कर बाहर निकलने की सलाह दी है।
पर्यावरण विभाग के अनुसार, काठमांडू का वायु प्रदूषण एक अस्वास्थ्यकर स्तर पर पहुंच गया है, जिससे यह दुनिया के सबसे प्रदूषित शहरों में से एक बन गया है। आईक्यूएयर (IQAir) के आंकड़ों से पता चलता है कि शहर का वायु गुणवत्ता सूचकांक एक्यूआई (AQI) आठवें दिन यानि मंगलवार की सुबह 272 पर पहुंच गया, जो 151-200 की अस्वास्थ्यकर सीमा से काफी अधिक है।
इसी तरह PM 2.5 की स्तर 365 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर तक पहुंचने की जानकारी दी गई है। वायु प्रदूषण की अवस्था दिन प्रतिदिन बिगड़ते जाने के बाद मंगलवार को उपप्रधानमंत्री प्रकाशमान सिंह के नेतृत्व में पर्यावरणविदों की बैठक हुई। इस बैठक में वायु प्रदूषण के कारण लोगों पर होने वाले खतरनाक असर को कम करने के उपायों पर चर्चा की गई। बैठक के बाद उपप्रधानमंत्री सिंह ने कहा कि सभी आवश्यक उपाय के लिए आवश्यक दिशा निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने बताया कि वाहनों और फैक्ट्रियों के प्रदूषण को कम करने के उपाय पर भी चर्चा की गई है।
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हिन्दुस्थान समाचार / पंकज दास