एनएसओ और आईआईएमए ने डेटा-संचालित नीति और नवाचार को मजबूत करने के लिए हाथ मिलाया

नई दिल्ली, 25 मार्च (हि.स.)। राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (एनएसओ) और इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट अहमदाबाद (आईआईएमए) ने डेटा-संचालित नीति और नवाचार को मजबूत करने के लिए हाथ मिलाया है। यह पहल राष्ट्रीय डेटा पारिस्थितिकी तंत्र को बढ़ाने और साक्ष्य-आधारित नीति निर्माण को आगे बढ़ाने के लिए है।
सांख्यिकी एवं कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय (एमओएसपीआई) ने मंगलवार को जारी एक बयान में बताया कि मंत्रालय ने भारतीय प्रबंधन संस्थान अहमदाबाद (आईआईएमए) के सहयोग से “अनुसंधान एवं नीति के लिए सार्वजनिक डेटा एवं प्रौद्योगिकी में उभरते रुझान” शीर्षक से एक कार्यशाला का आयोजन किया। कार्यशाला का एक प्रमुख उपलब्धि सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय और आईआईएमए के बीच समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर करना था।
मंत्रालय के मुताबिक यह साझेदारी डेटा नवाचार में सहयोगी प्रयासों के लिए एक रूपरेखा के रूप में कार्य करेगी, यह सुनिश्चित करते हुए कि शैक्षणिक अनुसंधान नीति विकास में प्रभावी रूप से योगदान देता है। एमओएसपीआई का यह पहल राष्ट्रीय डेटा पारिस्थितिकी व्यवस्था को बढ़ाने और साक्ष्य-आधारित नीति निर्माण को आगे बढ़ाने के लिए सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय के वर्तमान में जारी प्रयासों के अनुरूप है।
मंत्रालय के मुताबिक इस कार्यक्रम में कई प्रतिष्ठित वक्ताओं में डॉ. सौरभ गर्ग, सचिव, सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय और प्रमुख एनएसओ, प्रो. भारत भास्कर, निदेशक, आईआईएमए, पी.आर. मेश्राम, महानिदेशक, सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय, मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों सहित संकाय सदस्य, छात्र, और प्रमुख शैक्षणिक और शोध संस्थानों के प्रतिनिधि भी शामिल हुए।
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हिन्दुस्थान समाचार / प्रजेश शंकर