रेलवे अस्पताल में पहली बार दूरबीन विधि से ख़राब गुर्दे को निकाला

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रेलवे अस्पताल में पहली बार दूरबीन विधि से ख़राब गुर्दे को निकाला


प्रयागराज, 22 मार्च (हि.स.)। केंद्रीय अस्पताल, नार्थ सेंट्रल रेलवे प्रयागराज में 57 वर्षीय चंदा देवी प्रतापगढ़ निवासी जिसका दाहिना गुर्दा बहुत बड़ी पथरी और संक्रमण के कारण पूरी तरह ख़राब हो गया था। महिला असहनीय दर्द और बुखार से पीड़ित थी। जिसका सफल ऑपरेशन दूरबीन विधि से किया गया।

यह ऑपरेशन डॉ.अभिषेक शुक्ला (मूत्र रोग विशेषज्ञ) और डॉ.संजय कुमार वरिष्ठ सर्जन (उत्तर मध्य रेलवे) द्वारा किया गया। आपरेशन मेडिकल कॉलेज के पूर्व विभागाध्यक्ष डॉ शमी अहमद की देख-रेख में हुआ। खास बात यह रही कि यह ऑपरेशन बिना चीरफाड़ के दूरबीन विधि से बहुत छोटे छेदों द्वारा ख़राब किडनी को 90 मिनट में बाहर निकाल दिया गया। यह ऑपरेशन रेलवे हॉस्पिटल में दूरबीन विधि द्वारा पहली बार सफलतापूर्वक किया गया।

लेप्रोस्कोपिक सर्जरी पारम्परिक ओपन सर्जरी के तुलना में कई लाभ प्रदान करती है। जैसे कम दर्द, जल्दी रिकवरी, छोटा निशान, हॉस्पिटल में कम समय तक रहना, कम रक्त स्राव, जल्दी अपने रूटीन काम पर लौटना।

जनसम्पर्क अधिकारी अमित कुमार सिंह ने बताया कि मरीज को काफी समय से गुर्दे में पथरी की समस्या थी। जिसके लिए किसी डाक्टर को न दिखाकर गाव में झाड़ फूंक और झोला छाप के चक्करो में फंसी थी और इलाज में काफी समय ओर पैसा बर्बाद किया। मूत्र रोग विशेषज्ञ सर्जन डॉ अभिषेक शुक्ला ने बताया कि गुर्दे और उसकी पथरी के समय पर और उचित इलाज के लिए क्वालिफाइड डाक्टर से सम्पर्क करना सही रहता है। अन्यथा कई बार अज्ञानता या इलाज में लापरवाही के वजह से मरीज को अपना गुर्दा गंवाना पड़ता है। इस सफलता से चंदा देवी के परिवार को बहुत राहत मिली है। सर्जिकल टीम को इस सफल ऑपरेशन के लिए चिकत्सा निदेशक डॉ संजीव कुमार हन्डू ने बधाई दी।

पीआरओ ने बताया कि इस ऑपरेशन में वरिष्ठ निश्चेतना विशेषज्ञ डॉ अलोक यादव, डॉ प्रगति पाण्डेय और मंजू देवी सोनकर मुख्य नर्सिंग अधीक्षक, वरिष्ठ नर्सिंग अधीक्षक हरीश कुमार शर्मा, नर्सिंग अधीक्षक प्रीती, अभिषेक ग्लैडविन, ड्रेसर अमित शुक्ला, आरती प्रसाद, मनमोहन लाल, मूलचन्द, राजेंद्र कुमार तिवारी, रेखा सिंह, लवकुश व रोमेश कुमार, सर्रिफुद्दीन, गीता देवी आदि ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

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हिन्दुस्थान समाचार / विद्याकांत मिश्र

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