मप्रः पानी के अविरल बहाव के लिये निरंतर हो रहे हैं जल संरक्षण पर केन्द्रित कार्य

भोपाल, 8 अप्रैल (हि.स.)। मध्य प्रदेश में पानी के अविरल बहाव के लिये जन-सहभागिता से जल-स्रोतों के संरक्षण का कार्य निरंतर किया जा रहा है। पानी के अपव्यय को रोकने के लिये जन-सामान्य में नुक्कड़ नाटकों के माध्यम से जागरूकता फैलाई जा रही है।
छात्राओं ने जाना बारिश के पानी का मोल
इसी क्रम में मंगलवार को देवास में अमृत संचय अभियान की टीम ने छात्राओं को बारिश का पानी सहेजने और बूँद-बूँद पानी बचाने के लिये प्रेरित किया। शहर की चिमनाबाई हायर सेकेण्डरी स्कूल की छात्राओं को बारिश के पानी का महत्व बताया गया। छात्राओं ने शपथ ली कि वे अपने जीवन में पानी के अपव्यय को रोकने और बारिश के पानी को सहेजने के कार्यों में सक्रिय भूमिका निभायेंगी।
भगवान श्री विष्णु मंदिर परिसर की बावड़ी में किया गया श्रमदान
धार जिले की कुक्षी ग्राम पंचायत में भगवान श्री विष्णु मंदिर परिसर की बावड़ी में श्रमदान कर सफाई कार्य किया गया। ग्रामीणों ने पुरातत्व महत्व की जल संरचनाओं के संरक्षण का संकल्प भी लिया।
बिरोदा के स्कूल की दीवारें दे रही हैं जल संरक्षण का संदेश
बुरहानपुर में जन-सहभागिता से समाज में जल संरक्षण का संदेश दिया जा रहा है। जिले के बिरोदा ग्राम के शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय की दीवारों पर प्रमुखता के साथ “जल है तो कल है’’ का स्लोगन लिखा गया है। इसके साथ ही पेंटिंग के माध्यम से जल के महत्व को दर्शाया गया है। बच्चों को जल संरक्षण का महत्व बताने के लिये बालसभा के आयोजन के साथ रंगोली, चित्रकला और निबंध प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। आयोजन ग्राम सागफाटा की शासकीय शाला में भी किया गया। जनपद पंचायत टोंकखुर्द की ग्राम पंचायत रतनखेड़ी में तालाब गहरीकरण का कार्य किया गया। इसी तरह ग्राम बीसाखेड़ी में भी तालाब गहरीकरण का कार्य किया गया।
जल गंगा संवर्धन अभियान को बनायें जन-आंदोलन
शहडोल में कलेक्टर डॉ. केदार सिंह ने जल गंगा संवर्धन अभियान से जुड़े अधिकारियों की बैठक में कार्यों की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि जिले में जल-स्रोत जैसे तालाब, कुआँ, बावड़ी के जीर्णोद्धार और मरम्मत की कार्य-योजना बनायें। इसमें जन-प्रतिनिधियों के साथ जन-भागीदारी को सक्रियता के साथ शामिल करें। जन-जागरूकता के लिये सार्वजनिक स्थानों, मंदिरों, स्कूल और कॉलेजों में जल परम्पराओं पर केन्द्रित प्रतियोगिताएँ आयोजित करें। उन्होंने अभी से व्यापक पौध-रोपण की योजना तैयार करने के लिये भी कहा।
कांकर तालाब पर किया श्रमदान
शिवपुरी जिले में ग्राम पंचायत कांकर में श्रमदान किया गया। श्रमदान में जन-अभियान परिषद के कार्यकर्ताओं के साथ-साथ बड़ी संख्या में ग्रामीण शामिल हुए। ग्रामीणों को जल-स्रोतों की सफाई की समझाइश दी गयी।
अपनी मिट्टी-अपना जल
उमरिया जिले में अपनी मिट्टी-अपना जल विषय को लेकर अनेक कार्यक्रम आयोजित किये गये। कलेक्टर धरणेन्द्र कुमार जैन ने मानपुर जनपद पंचायत के ग्राम बरबसपुर के कथली पुल में अपनी मिट्टी-अपना जल नवाचार को देखा। उन्होंने कहा कि बोरी-बंधान हो जाने से जल स्तर बढ़ेगा। जिले में 200 स्थलों का चयन बोरी-बंधान के लिये चिन्हित किया गया है।
हिन्दुस्थान समाचार / मुकेश तोमर