स्मार्ट सिटी-311 एप से बेहतर होगी वाराणसी की आबोहवा, कार्यशाला में कर्मियों को किया ट्रेंड 

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वाराणसी। विकास प्राधिकरण उपाध्यक्ष पुलकित गर्ग के निर्देशानुसार अपर सचिव परमानन्द यादव की अध्यक्षता में स्मार्ट सिटी-311 ऐप के उपयोग पर एक प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन किया गया। इसमें स्मार्ट सिटी-311 एप से शहर में प्रदूषण की मात्रा को कम करने के तरीकों पर विस्तार से चर्चा हुई। कर्मियों को इसको लेकर प्रशिक्षित किया गया। 

एप पर निर्माणाधीन स्थलों पर हरा परदा लगाने, पानी का छिड़काव करने, बिल्डिंग मलबे के निस्तारण जैसी समस्याओं को चिह्नित कर उनका त्वरित समाधान सुनिश्चित किया जाता है। इस प्रणाली के माध्यम से वाराणसी विकास प्राधिकरण, नगर निगम और अन्य विभागों को त्वरित कार्रवाई कर ऐप पर निस्तारण रिपोर्ट एवं फोटोग्राफ अपलोड करने होते हैं। इस बैठक में प्रशिक्षक प्रागी मिश्र एवं पियूष द्वारा अधिकारियों और कर्मचारियों को ऐप का प्रभावी उपयोग सिखाया गया। एयर पोल्यूशन एक्शन ग्रुप (APAG) की टीम शहर में वायु प्रदूषण के स्रोतों की पहचान करेगी और संबंधित विभागों को आवश्यक कार्रवाई के लिए सूचित करेगी। यदि किसी निर्माण स्थल पर प्रदूषण फैलाने वाली गतिविधियां पाई जाती हैं, तो ग्रीन नेट का उपयोग, पानी का छिड़काव एवं अन्य उपाय अनिवार्य किए जाएंगे ताकि प्रदूषण को नियंत्रित किया जा सके।

प्रशिक्षण के बाद, आईजीआरएस, आरटीआई और शासकीय संदर्भों की समीक्षा बैठक आयोजित हुई। जोनल अधिकारियों को निर्देश दिया गया कि वे सभी संदर्भों का नियत समय में समाधान सुनिश्चित करें। इसके अलावा, जियोट्रिक्स सॉफ़्टवेयर पर चिह्नित 54 बड़े निर्माणों में से केवल 5 के शमन मानचित्र दाखिल हुए थे। अधिकारियों को निर्देश दिया गया कि शमन योग्य सभी निर्माणों का मानचित्र दाखिल कराया जाए। जिन मामलों में मानचित्र दाखिल नहीं किए जाते, वहां सीलिंग, अभियोजन एवं ध्वस्तीकरण की कार्यवाही सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए। इस बैठक में जोनल अधिकारी, अवर अधिकारी, भवन लिपिक एवं प्रवर्तन कार्मिक उपस्थित रहे।

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