विश्व रक्तदाता दिवस : कबीरचौरा ब्लड बैंक में डॉक्टर्स और चिकित्साकर्मियों ने किया ब्लड डोनेट, किया लोगों को जागरूक
रिपोर्ट : सोनू कुमार
वाराणसी। पूरा विश्व आज विश्व रक्तदाता दिवस (World Blood Donor Day) मना रहा है। इसी क्रम में शहर के सभी ब्लड बैंक्स (blood banks) में रक्तदान शिविर (blood donation camp) आयोजित किये गए हैं। इसी क्रम में कबीरचौरा ब्लड बैंक (Kabirchaura Blood Bank) में सबसे पहले ब्लड बैंक कर्मियों (blood bank personnel) और चिकित्सक (doctor) एवं चिकित्साकर्मियों (medical workers) ने ब्लड डोनेशन (blood donation) किया और सभी को जागरूक (aware) करते हुए कहा कि ब्लड अवश्य डोनेट करें क्योंकि आप का ब्लड तीन जिंदगियों को बचाता है।
2005 में WHO ने किया घोषित
इस सम्बन्ध में कबीरचौरा ब्लड बैंक के फार्मासिस्ट जितेंद्र पटेल ने ब्लड डोनेट करने के बाद बताया कि ब्लड ग्रुप की खोज ऑस्ट्रियाई इम्यूनोलॉजिस्ट कार्ल लैंडस्टीनर (Karl Landsteiner) ने 1901 में की थी। उनके जन्मदिन 14 जून को WHO ने 2005 में विश्व रक्तदाता दिवस के रूप में घोषित किया। तब से ये पर्व मनाया जाता है।
यह भी पढ़ें : ज्ञानवापी मामले में बयानबाजी पर अखिलेश-ओवैसी के खिलाफ अर्जी पर सुनवाई आज
बचती हैं तीन जिंदगियां
उन्होंने बताया कि ब्लड डोनेशन करने से किसी भी प्रकार की कमजोरी नहीं होती है। हमारे चिकित्सक और ब्लड बैंक कर्मियों के साथ ही साथ हर तीन महीने पर या जरूरत पर ब्लड डोनेशन करता है। उन्होने बताया कि एक बार ब्लड डोनेट करने पर हम तीन जिंदगियां बचाते हैं। एक यूनिट ब्लड से प्लाज्मा, ब्लड और प्लेटलेट्स निकलता। लोग इसे करने पर डरते हैं जबकि इससे इच्छाशक्ति बढ़ती है और बढ़ती है। उन्होंने बताया कि हमारे अस्पताल के कुछ चिकित्साधिकारी तो अक्सर ब्लड देते हैं। उनमे से एक बाल रोग विशेषज्ञ डॉ प्रशांत सिंह ने आज दसवीं बार डोनेशन किया है।
नहीं आती कोई कमजोरी
ब्लड डोनेशन के बाद कबीरचौरा अस्पताल के बाल रोग विशेषज्ञ डॉ प्रशांत सिंह ने कहा कि रक्तदान बहुत आवश्यक है और सभी को रक्तदान करना चाहिए और लोगों को जागरूक भी करना चाहिए। उन्होंने बताया कि रक्तदान करने से किसी भी प्रकार की कमजोरी नहीं और न ही किसी भी प्रकार की डरने की बात है।
यह भी पढ़ें : व्यापारी की जमीन पर कब्जा करने वाले बिल्डरों पर हुई कार्रवाई, जारी हुई नोटिस
ब्लड डोनेट करने वाला बचाता है गंभीर मरीजों की जान
उन्होंने कहा कि यदि हम ब्लड डोनेट कर रहे हैं तो यह जान लें कि हम ऐसे लोगों की जिंदगियां बचाने में अपना योगदान दे रहे हैं जो बहुत ज्यादा गंभीर हैं। इसे करने में कोई दिक्कत नहीं आती है। मैं भी ब्लड डोनेशन के बाद अपना नियमित कार्य करूंगा और ओपीडी में मरीज देखूंगा। गर्मी है इसलिए थोड़ी एहतियात जरूरी है लेकिन यह पुण्य का काम है जो तीन जिंदगियां बचाता है इसलिए इसमें आगे आना चाहिए और पूरे जोश के साथ रक्तदान करना चाहिए।
देखें वीडियो
देखें तस्वीरें




