वाराणसी : भरत मिलाप मैदान के चारों तरफ से रामचरित मानस की चौपाई हटाने की मांग, एडीएम सिटी को सौंपा ज्ञापन

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वाराणसी। भरत मिलाप मैदान नाटी ईमली को सुनदर स्वरुप देने के लिए उसके चारों तरफ शिलापट्ट लगाकर उसपर रामचरित मानस की भरत मिलाप से सम्बंधित चौपाइयां उकेरी गयी हैं। इन चौपाइयों के शिलापट्ट को भरत मिलाप मैदान से हटाने के लिए हिन्दू जनजागृति मंच ने एडीएम सिटी गुलाबचंद्र को बुधवार को एक ज्ञापन सौंपा और जल्द से जल्द कार्रवाई की मांग की है। 

हिन्दू जन जागृति मंच के अनुसार चूंकि ये शिलापट्ट सडक के अत्यधिक नजदीक हैं, इस कारण उन पर जानवरों के मल-मूत्र के छींटे, पान की पीकें, सडक की धूल एवं अन्य गंदगी निरंतर ला रही है, जिससे उनका अपमान हो रहा है। इस दृष्टि से इन शिलापट्ट को उक्त स्थान से शीघ्र ही हटाकर किसी पवित्र स्थल पर लगाया जाए।  

हिन्दू जनजागृति समिति के विश्‍वनाथ कुलकर्णी ने बताया कि जिस मैदान में प्रसिद्ध भरत मिलाप एवं रामलीला का मंचन होता है। उसी स्थान पर प्रभु श्रीरामचंद्र की चौपाइयों का घोर अनादर हो रहा है। वर्ष में इसी स्थानपर 6 से 7 बार व्यापारी वर्ग मेलों का आयोजन करता है। उस समय लोगों की भीड अधिक होने के कारण इस स्थान पर अत्यधिक गंदगी होती है। इसे देखकर आसपास के क्षेत्र के हिन्दू धर्मीय लोगों की धार्मिक भावनाएं प्रतिदिन आहत हो रही है।

उन्होंने आगे कहा कि पवित्र रामचरितमानस हमारी सांस्कृतिक धरोहर है। यह जीवन के विविध आयामों की विवेचना कर हमें सही मार्ग पर चलने की दिशा प्रदान करती है एवं धर्माचरण करने की प्रेरणा देती है। श्रीमद्भगवगद्गीता के समान यह हरेक जीव को तत्व ज्ञान से आलोकित करती है। इस प्रकार के अनादर से हिन्दू धर्मियों की आस्था को ठेस पहुंचती है तथा आनेवाली पीढ़ियों के समक्ष अयोग्य आदर्श निर्माण होता है।

इस दौरान राष्ट्रीय मानवाधिकार एवं न्याय परिषद के महासचिव अधिवक्ता अरूण कुमार मौर्य, अधिवक्ता विकास सेठ, राहुल सिंह, शशिकांत मालवीय तथा हिन्दू जनजागृति समिति के विश्‍वनाथ कुलकर्णी तथा राजन केशरी मौजूद रहे।

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