वाराणसी : सीएसआरएल व गेल ने बनारस में सुपर-60 शुरू करने का लिया निर्णय, गरीब छात्राओं के लिए सुनहरा मौका

WhatsApp Channel Join Now

संवाददाता- मनोज मिश्रा 

वाराणसी। सेन्टर फॉर सोशल रिस्पॉन्सिबिलिटी एण्ड लीडरशिप (सीएसआरएल), दिल्ली केन्द्रित एक रजिस्टर्ड संस्था है, जो पिछले 10 सालों से पूरे भारत में सीएसआरएल सुपर-30 प्रोजेक्ट्स ( इंजीनियरिंग और मेडिकल कोचिंग ) का सफलतापूर्वक संचालन कर रही है। 2009 में गेल उत्कर्ष सुपर-100, कानपुर प्रोजेक्ट शुरू कर गेल इण्डिया लि. पथप्रदर्शक रहा है। अब गेल ने सिर्फ छात्राओं के लिए वाराणसी में गेल उत्कर्ष सुपर-60 शुरू करने का निर्णय लिया है, जिसमें 30 छात्राएं इंजीनियरिंग और 30 छात्रायें मेडिकल की तैयारी करेंगी।

इस परियोजना में उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश के गरीब बच्चों को कक्षा -12 के बाद इंजीनिरिंग और मेडिकल प्रवेश परीक्षा के लिए 11 महीने का निःशुल्क आवासीय प्रशिक्षण दिया जाएगा। गेल उत्कर्ष प्रोजेक्ट ने 979 छात्रों को सफलतापूर्वक सहायता की है, जिसमें 869 छात्र आईआईटी और एनआईटी जैसे संस्थानों में प्रवेश पाए हैं। 

आज सीएम एंग्लो बंगाली इण्टर कॉलेज वाराणसी में एक सेमिनार आयोजित की गयी, जिसमें वाराणसी और पड़ोसी जिलों के 150-200 प्रधानाचार्य और शिक्षक गेल उत्कर्ष सुपर-60 प्रोजेक्ट की सहायता के लिए एकत्रित हुए। इस आयोजन के मुख्य अतिथि विजया प्रकाश सिंह, डीआईओएस ने कहा कि प्रदेश में गरीब पिछड़े छात्रों और लड़कियों के उत्थान के लिए ऐसी और परियोजनाओं की आवश्यकता है।

संस्था के कार्यकारी निदेशक कृष्णमूर्ति सिंह ने बताया कि हमने अपना प्रयास 2009 में कानपुर सेंटर के साथ शुरू किया और आज संपूर्ण भारत में 21 सेंटर है। हमें अपने छात्रों को आईआईटी, एनआईटी और अन्य प्रतिष्ठित संस्थानों में प्रत्येक वर्ष प्रवेश पाते देखकर अत्यंत सुखद अनुभूति होती है। वाराणसी का हमारा सेंटर गेल की मदद से शुरू हुआ है और हमें पूर्ण विश्वास है कि उनके निरंतर सहयोग से ये सफल होगा।  प्रवेश और रजिस्ट्रेशन के लिए छात्र मोबाइल नंबर- 9012944441 पर कॉल कर सकते हैं।

वहीं सीएम एंग्लो बंगाली इंटर कॉलेज के प्राचार्य विश्वनाथ दुबे ने बताया कि गेल इंडिया का महत्वाकांक्षी आयोजन हुआ, जो बच्चे आर्थिक रूप से कमजोर हैं, उनके लिए बड़ा ऐतिहासिक कदम होता हुआ दिख रहा है। वे बच्चियां जो मेधावी तो है, लेकिन आर्थिक कारणों से कमजोर है, उन्हें एक अवसर देने की कोशिश की है। 21 फरवरी को छात्राओं का टेस्ट होगा, जिसमें चयनित हुए छात्राओं को निशुल्क पठन-पाठ्य, खाने-पीने और रेजिडेंसियल व्यवस्था की जाएगी।

Share this story