पुष्कर तालाब के पाथवे की सपोर्टिंग दीवार गिरी, स्थानीय लोगों ने लगाया मानक के विपरीत काम होने का आरोप
वाराणसी। अस्सी स्थित पौराणिक पुष्कर तालाब की नवनिर्मित पाथवे की सपोर्टिंग दीवार धराशायी हो गई। इसकी सीढ़ियां दरक गई है तो इन पर लगे पत्थर टूट गए हैं। केन्द्रीय पर्यटन मंत्रालय द्वारा 4.50 करोड़ की लागत से पुष्कर तालाब के सुन्दरीकरण का कार्य किया गया है। कार्यदायी संस्था सीएनडीएस ने पुष्कर तालाब के सुंदरीकरण का कार्य किया। स्थानीय लोग तालाब पर मानक के विपरीत काम न होने का आरोप लगा रहे हैं।
पर्यवारण प्रहरी रामयश मिश्र ने आरोप लगाया है कि तालाब पर मानक के विपरीत काम न होने से तालाब पर लगाए गए मार्बल जगह-जगह से उखड़ रहे हैं। साथ ही तालाब पर बनी सीढ़ी के पत्थर भी जगह-जगह से उखाड़ने लगे हैं। कार्यदाई संस्था सीएनडीएस ने तालाब का सुंदरीकरण तो किया, लेकिन इस कार्य में जमकर भ्रष्टाचार हुआ और मानक के विपरीत काम न होने के कारण सीढ़ियां और प्लेटफार्म खराब हो रहे हैं।

नगर के कुंडा तालाबों के सरंक्षण में लगे एवं पुष्कर तालाब के सुंदरीकरण के लिए विगत 15 सालों से संघर्ष कर रहे युवा पर्यावरण प्रहरी रामयश मिश्र ने कहा की पुष्कर तालाब के सुंदरीकरण मे जमकर भ्रष्टाचार हुआ है। सीएनडीएस ने यहां पर मानक के अनुरूप कार्य नहीं किया है, जिसके कारण तालाब के सुंदरीकरण के कार्य हुए अभी कुछ दिन नहीं हुआ और दीवाल गिरने लगी, सीढ़ियों पर जगह-जगह दरार हो गए हैं, संगमरमर टूट रहा है। तालाब पर लाइट की व्यवस्था भी नहीं है, जिसके कारण रात होते ही यहां पर अवांछित तत्वों का जमावड़ा लगना शुरू हो जाता है।

