विश्वनाथ मन्दिर न्यास परिषद के अध्यक्ष प्रो नागेन्द्र पाण्डेय का संस्कृत विश्वविद्यालय में हुआ अभिनंदन
वाराणसी। श्री काशी विश्वनाथ मंदिर न्यास परिषद के गठन और संस्कृत विश्वविद्यालय के पूर्व आचार्य प्रो नागेंद्र पांडेय को अध्यक्ष बनाए जाने पर कुलपति प्रोफेसर हरेराम त्रिपाठी ने हर्ष व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि न्यास परिषद का गठन हो जाने से मंदिर की प्रशासनिक व्यवस्था को और गति प्राप्त होगी।
ज्योतिष विभाग के पूर्व आचार्य प्रो नागेन्द्र पान्डेय का विश्वविद्यालय परिवार के तरफ से कुलपति प्रो त्रिपाठी ने माल्यार्पण कर चन्दन, माला, अन्गवस्त्रम और स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित व अभिनंदन किया।
कुलपति प्रो हरेराम त्रिपाठी ने बताया नवनियुक्त अध्यक्ष मूलत: बिहार के निवासी प्रो.पांडेय ज्योतिष के लोक कल्याणकारी पक्ष पर विशेष रूप से कार्य के लिए देशभर में जाने जाते हैं। 1976 से 2011 तक संस्कृत विवि में अध्यापन किया। प्रो. पांडेय उत्तर प्रदेश संस्कृत संस्थान के अध्यक्ष व ज्योतिष विज्ञान समिति के अध्यक्ष रह चुके हैं। वह संस्कृत भारती के प्रदेश संयोजक भी थे।
प्रो. पांडेय की ज्योतिष पर 10 से अधिक पुस्तकें प्रकाशित हो चुकी हैं। इसके अतिरिक्त उन्होंने अन्य सभी सदस्यों को भी हार्दिक बधाई देते हुए कहा कि सभी लोग मिलकर पांडेय के अगुवाई में अपने ज्ञान अनुभव से मन्दिर के व्यवस्था में अनूठा योगदान देंगे।
बैठक में कुलसचिव डॉ ओमप्रकाश,प्रो रामकिशोर त्रिपाठी,प्रो रमेश प्रसाद,प्रो प्रेम नारायण,प्रो राजनाथ, प्रो हीरककान्ति चक्रवर्ती, हरिप्रसाद अधिकारी,प्रो महेंद्र पान्डेय,प्रो जितेन्द्र कुमार, डॉ विजय पान्डेय,डॉ पद्माकर मिश्र,प्रो अमित कुमार शुक्ल, लालजी मिश्र, डॉ दिनेश गर्ग, विजय मणि, डॉ विजेंद्र आर्या ,सुनिल कुमार यादव,चन्द्र नाथ मिश्र,आदि उपस्थित रहे।

