पुण्यतिथि पर याद किये गये फेरी पटरी-ठेला व्यवसायी समिति के संस्थापक जवाहर लाल
वाराणसी। फेरी पटरी -ठेला व्यवसायी समिति के संस्थापक स्वर्गीय जवाहरलाल की पुण्यतिथि पर बुधवार को कैंट स्थित निजी होटल में वाराणसी के प्रबुद्धजनों संग पटरी व्यवसायियों के प्रति समाज का दृष्टिकोण एवं अपेक्षाएं विषय पर विचार विमर्श संगोष्ठी का आयोजन हुआ, जिसमें मुख्य वक्ता समाजसेवी पूजा दीक्षित रही।
कार्यक्रम में समाजसेवी पूजा दीक्षित ने अपने विचार प्रकट करते हुए कहा कि कोविड-19 जैसे वैश्विक महामारी में जिस प्रकार पथ विक्रेताओं ने समाज की अग्रिम पंक्ति में खड़े होकर सहयोग प्रदान किया है वह अद्भुत है। कोरोना काल में जब हम अपने घरों में बंद थें और परेशान थे कि घर की जरुरतों का व खाने पीने के सामान का प्रबंध कैसे होगा, एसे में ठेला पटरी व्यवसाई ही थें, जो हमारे घरों-मुहल्लों तक आकर सभी खाद्य सामग्रियों की पूर्ति करते थें।

पूजा दिक्षित ने कहा कि हमारे प्रधानमंत्री कहते हैं कि मिट्टी से जुड़ों, इसका मतलब ये नहीं कि मिट्टी से ही जुड़ा जाए। इसका पूरा मतलब यही है कि आम आदमी से जुड़ें। मेरी पूरी कोशिश होगी कि ठेला पटरी व्यवसाइयों की भविष्य में हर प्रकार की मदद करुं।
वरिष्ठ समाजसेवी अजय सिंह (बॉबी) ने कहा कि जवाहरलाल ने समाज के सबसे निरीह व्यक्तियों को संगठित कर उनके जीवन में परिवर्तन लाने का प्रयास किया था, जो आज सार्थक साबित हो रहा है। कार्यक्रम की अध्यक्षता फेरी पटरी ठेला व्यवसायी समिति अध्यक्ष राजेंद्र प्रसाद सिंह महादेव ने और संचालन फेरी पटरी ठेला व्यवसायी समिति सचिव अभिषेक निगम व धन्यवाद ज्ञापन मनोज कुमार ने किया।

कार्यक्रम में मुख्य रूप से प्रकाश श्रीवास्तव, एडवोकेट शिव कुमार शुक्ला, समाज सेवी अनिल कुमार, संजय श्रीवास्तव, वाचस्पति मिश्रा, अवधेश नारायण चतुर्वेदी, प्रवीण वर्मा, सुरेंद्र श्रीवास्तव, रंजना गौड़, चांदनी श्रीवास्तव, सरस्वती मिश्रा, मोनिका पांडेय समेत अन्य समाजसेवी संगठनों के लोग और पथ विक्रेतागण मौजूद रहे।




