शोध के साथ संक्रामक रोग नियंत्रण पर काम कर रहा केजीएमयू का माइक्रोबायोलॉजी विभाग
लखनऊ,16 दिसम्बर (हि.स.)। किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय के माइक्रोबायोलॉजी विभाग का 39वाँ स्थापना दिवस समारोह मंगलवार को प्रशासनिक भवन के सेल्बी हॉल में मनाया गया।
कार्यक्रम की मुख्य अतिथि केजीएमयू की कुलपति पद्मश्री प्रो. सोनिया नित्यानंद,प्रो-वाइस चांसलर प्रो. अपजित कौर एवं विभागाध्यक्ष प्रो.शीतल वर्मा ने दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारम्भ किया। इस अवसर पर कुलपति प्रो. सोनिया नित्यानंद ने माइक्रोबायोलॉजी विभाग की निरंतर उत्कृष्टता की सराहना करते हुए कहा कि यह विभाग शिक्षण, निदान एवं शोध के साथ-साथ संक्रामक रोग नियंत्रण एवं एंटीमाइक्रोबियल रेजिस्टेंस जैसी सार्वजनिक स्वास्थ्य चुनौतियों से निपटने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।माइक्रोबायोलॉजी विभाग की विभागाध्यक्ष डॉ. शीतल वर्मा ने कहा कि यह स्थापना दिवस समारोह माइक्रोबायोलॉजी विभाग की चिकित्सा शिक्षा, ट्रांसलेशनल रिसर्च एवं राष्ट्रीय सार्वजनिक स्वास्थ्य प्राथमिकताओं के प्रति प्रतिबद्धता को पुनः पुष्ट करता है, जो केजीएमयू के आदर्श वाक्य— “विज्ञान और करुणा के माध्यम से मानव सेवा” है। कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के अनेक वरिष्ठ संकाय सदस्य उपस्थित रहे, जिनमें प्रो. के. के. सिंह (डीन पैरामेडिकल एवं अध्यक्ष, टीचर्स एसोसिएशन), प्रो. राजीव गर्ग (डीन, आईक्यूएसी), प्रो. आर. के. दीक्षित, प्रो. संदीप तिवारी, प्रो. जे. डी. रावत सहित अन्य गणमान्य शामिल रहे।इन्हें दिया गया लाइफटाइम अचीवमेंट अवॉर्ड इस अवसर पर चिकित्सा माइक्रोबायोलॉजी, सार्वजनिक स्वास्थ्य एवं संस्थान निर्माण के क्षेत्र में दशकों तक उत्कृष्ट सेवाएँ देने वाले वरिष्ठ माइक्रोबायोलॉजिस्टों को लाइफटाइम अचीवमेंट अवॉर्ड प्रदान किया गया। इनमें केजीएमयू के पूर्व कुलपति प्रो. एस. के. अग्रवाल,पूर्व विभागाध्यक्षों में प्रो. मस्तान सिंह व प्रो. अमिता जैन, डॉ. संजय सिंघल, एमबीबीएस, एमडी (माइक्रोबायोलॉजी) हैं। यह सभी माइक्रोबायोलॉजी विभाग, केजीएमयू के प्रथम एमडी बैच के पूर्व छात्र हैं। इस अवसर पर विभाग द्वारा प्रो. आर. के. कल्याण, प्रो. प्रशांत गुप्ता, डॉ. शीतल वर्मा, डॉ. पारुल जैन, डॉ. सुरुचि शुक्ला एवं डॉ. श्रुति रडेरा को विभिन्न श्रेणियों में सम्मानित किया गया।
हिन्दुस्थान समाचार / बृजनंदन

